त्रिशक्ति सम्मेलन को संबोधित करने देहरादून के परेड ग्राउंड आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पीठ थपथपाते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड में भ्रष्टाचारमुक्त सरकार देने का काम किया है। अमित शाह ने त्रिवेंद्र रावत द्वारा सबसे पहले अटल आयुष्मान योजना को लागू करने और उत्तराखंड के प्रत्येक परिवार को इस योजना के लिए जोडऩे से धन्यवाद दिया। बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए अमित शाह ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के कामों से लेकर आल वेदर रोड जैसी परियोजनाओं पर भी देश-दुनिया का ध्यान खींचा।
लोकसभा चुनाव २०१९ से ठीक पहले अमित शाह का कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद का यह कार्यक्रम इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें लोकसभा स्तर के भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता को राष्ट्रीय अध्यक्ष से सीधे सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। टिहरी और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के इस त्रिशक्ति सम्मेलन में अमित शाह मोदी सरकार के अंतरिम बजट पर भी बोले। उन्होंने वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे को लेकर कहा कि विपक्षी पार्टियां राम मंदिर की राह में रोड़ा अटकाने का काम करती हैं, लेकिन राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता में है और बहुत जल्द अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।
बजट पर बोलते हुए अमित शाह ने किसान, गरीब, मध्यम वर्ग के लिए बजट में किए गए प्रावधान की विस्तृत व्याख्या भी की। अमित शाह के भाषण पर कार्यकर्ताओं की बजती तालियां शाह को भी प्रसन्न कर गई। अमित शाह ने उत्तराखंड से न सिर्फ पांचों सीटें मांगी, बल्कि उत्तराखंड के भाजपा कार्यकर्ताओं से रिकार्ड मतों से जिताने का भी संकल्प दिलाया। अमित शाह ने उत्तराखंड को वीरभूमि और देवभूमि कहते हुए कहा कि उत्तराखंड पर भारतीय जनता पार्टी का अधिकार है। उत्तराखंड को अटल जी ने बनाया है, मोदी जी संवार रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसके कारण देश या उत्तराखंड के लोगों को सिर झुकाना पड़े।
अमित शाह के उद्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तराखंड भाजपा प्रभारी श्याम जाजू, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, माला राज्यलक्ष्मी शाह, तीरथ सिंह रावत, शिवप्रकाश सहित मैदान में १७ हजार कार्यकर्ता उपस्थित रहे। देखना है कि अमित शाह द्वारा भरे गए जोश के बाद भाजपा के त्रिशक्ति सम्मेलन के कार्यकर्ता किस प्रकार लोकसभा चुनाव में काम करते हैं।