दिसंबर 2018 में विधानसभा सत्र के दौरान कुमार स्वीट्स द्वारा आपूर्ति किए गए खाने के पैकेट में कॉकरोच निकलने का मामला फिर से गरमा सकता है।
आरटीआई एक्टिविस्ट तथा मानवाधिकार कार्यकर्ता भूपेंद्र कुमार ने इस मामले को लेकर की गई कार्यवाही की जानकारी सूचना के अधिकार में मांगने का आवेदन कर दिया है।
भूपेंद्र कुमार ने इस मसले पर की गई कार्यवाही तथा कार्यवाही करने वाली एजेंसी, जांच एजेंसी से लेकर सामान सप्लाई करने की निविदा सहित कई जानकारियां विस्तार से मांगी हैं।
इसके अलावा इस प्रकरण की शिकायत भारत के लोकसभा अध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री, राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी की गई है।
शिकायत में भूपेंद्र कुमार ने लिखा है कि 7 दिसंबर 2018 को उत्तराखंड राज्य के विधानसभा सत्र के दौरान कुमार स्वीट देहरादून द्वारा खाने के पैकेट आपूर्ति किए गए थे। उनमें से एक में कॉकरोच मिलने से सभी अवाक रह गए थे। भूपेंद्र कुमार ने अपनी शिकायत में बताया है कि भोजन अवकाश के दौरान मीडिया सेंटर में मीडिया कर्मियों को भी यह पैकेट वितरित किए गए थे।
इसमें सब्जी के एक पैकेट डिस्पोजल दोने में मरा हुआ कॉकरोच पड़ा मिला था। भूपेंद्र कुमार का कहना है कि यह बहुत ही बड़ी लापरवाही है और इस लापरवाही में यदि कॉकरोच के स्थान पर कोई जहरीला कीड़ा होता तो कईयों की जान पर आफत बन सकती थी।
भूपेंद्र कुमार ने पत्र में बागेश्वर जिले में विवाह समारोह के दौरान दूषित भोजन से 300 लोगों के बीमार पड़ने की भी शिकायत की है।
इसमें उन्होंने लिखा है कि बागेश्वर जिले में 30 नवंबर 2018 को विवाह समारोह में लापरवाही के कारण दूषित भोजन का शिकार हुए करीब 300 पीड़ित लोगों में से दो बच्चों तथा एक महिला की जांच के दौरान मौत हो गई थी और 51 लोगों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ा था तथा लगभग 250 से अधिक पीड़ितों का बागेश्वर जिले में कई अस्पतालों में इलाज किया गया था। इस प्रकरण को बहुत ही गंभीर बताते हुए भूपेंद्र कुमार ने प्रधानमंत्री से इसकी जांच करने की मांग की है।