अगर जनरल खंडूरी का बेटा मनीष खंडूरी कांग्रेस में गया तो जनरल खंडूड़ी पर अनुशासन की कार्यवाही होनी चाहिए ! यह कहना है भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट का।
यही नहीं महेंद्र भट्ट ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी नसीहत दी है कि उनको जनरल खंडूड़ी के घर उनके बेटे के बारे में नहीं जाना चाहिए था।
महेंद्र भट्ट ने आज सोशल मीडिया पर जनरल खंडूरी के खिलाफ काफी तीर चलाते हुए कहा कि,- “जो व्यक्ति अपने परिवार को बीजेपी से ना जोड़ सकता हो, वह व्यक्ति डॉक्टर हेडगेवार, दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों से दूर है।”
भाजपा विधायक द्वारा सोशल मीडिया पर की गई इस पोस्ट के काफी सियासी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
अहम सवाल यह है कि क्या यह भाजपा का कोई अधिकृत बयान है अथवा उत्तराखंड भाजपा का प्रदेश नेतृत्व इसे विधायक महेंद्र भट का निजी बयान मानते हुए पल्ला झाड़ देगी !
जहां एक ओर भाजपा जनरल खंडूरी के बेटे को लेकर रक्षात्मक मुद्रा में आ गई है, वहीं सीधे जनरल खंडूड़ी पर ही हमला बोलकर भाजपा विधायक रणनीतिक तौर पर क्या साबित करना चाहते हैं !!
गौरतलब है कि वर्तमान में जनरल खंडूड़ी भाजपा में है और उनकी पुत्री रितु खंडूरी भी भाजपा के टिकट पर यमकेश्वर से विधायक हैं, जबकि उनके पुत्र मनीष खंडूड़ी के बारे में भाजपा पहले ही साफ कर चुकी है कि वह भाजपा के ₹5 के भी प्राथमिक सदस्य नहीं है।
ऐसे में मनीष खंडूड़ी के भाजपा में शामिल होने से क्या वाकई भाजपा जनरल खंडूरी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही करेगी !, यह एक बड़ा सवाल है।
सवाल यह है कि यदि भाजपा ने कार्यवाही की तो इस कार्यवाही के पीछे क्या तर्क और आधार होगा, यह बात अभी साफ नहीं हो पाई है।