दो बार भाजपा के टिकट पर राज्यसभा का टिकट लड़ चुके देहरादून के व्यापारी नेता अनिल गोयल के कई ठिकानों पर इन्कम टैक्स द्वारा छापेमारी की कार्यवाही की गई है। गोयल के क्वालिटी हार्डवेयर से लेकर उमंग साड़ी तक बड़े संस्थानों पर हुई इस कार्यवाही से पूरे देहरादून ही नहीं, उत्तराखंड में चर्चाओं का बाजार चरम पर है।
यहां और इन पर छापेमारी
देहरादून की यूनिट ने आज श्याम सुंदर गोयल के देहरादून तथा श्याम लाल गर्ग के यमुना नगर के ठिकानों पर छापेमारी की। इनका मुख्य व्यवसाय हार्डवेयर ट्रेडिंग, प्लाईवुड का निर्माण, एलमुनियम पैनल के निर्माण, रेडीमेड गारमेंट का निर्माण, शिक्षा क्षेत्र में क्वांटम यूनिवर्सिटी और प्लाईवुड इंडस्ट्रीज है।
इन पर मुख्य आरोप बिक्री को कम करके दिखाना रसीदों का रखरखाव न करना और निवेश छुपाना भी है। इनकम टैक्स ने अनिल गोयल, सुनील गोयल, नरेश गर्ग और शशि गर्ग के क्वालिटी हार्ड वेयर, एलेक्स पैनल्स, पंजाब प्लाईवुड इंडस्ट्रीज, उमंग साड़ी और क्वांटम यूनिवर्सिटी को मुख्य तौर पर अपने दायरे में लिया था।
इस छापेमारी में देहरादून के छह, यमुनानगर के पांच, रुड़की के एक और दिल्ली के एक ठिकाने पर सुबह 8:45 बजे से छापेमारी शुरू की गई।
अनिल गोयल इन दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के सबसे करीबी लोगों में शुमार हैं। अनिल गोयल उत्तराखंड भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं और पिछली भाजपा सरकार के दौरान उद्योग विभाग में राज्यमंत्री रह चुके हैं। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की में अनिल गोयल के कई संस्थान हैं। क्वांटम विश्वविद्यालय को उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार आने के बाद ही विश्वविद्यालय का दर्जा मिला है। गोयल के उत्तराखंड के बाहर दिल्ली में एलएक्स पैनल के साथ-साथ बरेली और लखनऊ में भी फैक्ट्रियां हैं। उनके सभी संस्थानों और घरों पर इन्कम टैक्स ने छापेमारी की है।
अनिल गोयल देहरादून के उन चंद व्यापारियों में से हैं, जो भाजपा को किसी भी वक्त चंदा देने के साथ-साथ भारी मात्रा में कैश उधार देने के लिए जाने जाते रहे हैं। देखना है कि अनिल गोयल के संस्थानों पर पड़े इन छापों के बाद सरकार और भाजपा संगठन का क्या रुख रहता है।