सोशल मीडिया में काजल की सहायता के लिए छेड़ी गई पर्वतजन की मुहिम लाई रंग
नीरज उत्तराखंडी
पुरोला। एक कहावत है कि दीपक तले अंधेरा। दीये के नीचे भले ही अंधेरा रहता हो, लेकिन वह स्वयं जलकर अंधेरा दूर करता है, दूसरों को रोशनी देता है। रास्ता दिखाने में दूसरों की मदद करता है और यही उसका कर्तव्य भी है और कर्तव्य के प्रति उसका यह त्याग और समर्पण उसकी एक अलग पहचान बनाता है।
संयोग से सामाजिक दायित्व का बखूबी निर्वहन कर यह कहावत व्यवहारिक जीवन में भी युवा उर्जावान “दीपक” ने ही चरितार्थ कर अपने नाम की सार्थकता को साबित कर दिखाया।
संयोग से सामाजिक दायित्व का बखूबी निर्वहन कर यह कहावत व्यवहारिक जीवन में भी युवा उर्जावान “दीपक” ने ही चरितार्थ कर अपने नाम की सार्थकता को साबित कर दिखाया।
असाध्य रोग से जूझ रही काजल के इलाज के लिए 50 हजार रूपये की आर्थिक मदद कर कुछ ऐसा ही कर दिखाया। जनपद उत्तरकाशी, तहसील पुरोला के पोरा गांव निवासी युवा उर्जावान तथा तेजतर्रार जिला पंचायत सदस्य दीपक बिजल्वाण ने।जो काजल के जीवन में आया आर्थिक और अस्वस्थता का काला घना अंधेरा दूर करने के लिए प्रयासरत है। उनके इस सहयोग से काजल तथा उसके परिजन का हौसला बढा है। जानलेवा दर्द से बिस्तर में चीख रही काजल को जब यह खबर मिली की उसके इलाज लिए दीपक बिजल्वाण ने 50 हजार रूपये की सहायता की है।तथा अन्य गुमनाम साथी भी खाते में यथासम्भव धनराशि जमा कर आर्थिक मदद कर रहे हैं।तो उसका हौसला औ उम्मीद और बढ गयी। और अपनी माँ से कहने लगी मां जी अब मैं ठीक हो जाऊंगी, तू चिंता न कर ,अब तो मेरे इलाज के लिए पैसे की कमी भी आडे नही आयेगी। काजल आश्वसत है और वह स्वास्थ्य होकर जीना चाहती और यही उम्मीद और जिजीविषा उसे असाध्य रोग से लडने की हिम्मत और हौसला दे रही है ।
दीपक बिजल्वाण समय समय पर जरूरतमंद तथा आपदा से पीड़ित लोगों की मदद करते रहे हैं शायद यही उनका प्रबल पक्ष भी है।और जन प्रतिनिधि होने के नाते उनका यह दायित्व भी है जो वे बखूबी निभाते दिख रहें हैं ।
बतातें चलें कि पुरोला के ठंडूग गांव की बालिका काजल विगत 11माह से असाध्य रोग से जूझ रही है। उसकी गर्दन पर बना फोडा नासूर बनता जा रहा है । माता पिता ने उसके इलाज के लिए खेत तथा गहने तक बेच दिये। कई अस्पतालों के चक्कर काटे चुके हैं ।आर्थिक स्थिति खराब होने से उसका इलाज ठीक से नहीं हो पा रहा है ।
यहां यह भी बताते चलें कि सामाजिक कार्यकर्ता रेखा नौटियाल जोशी के साथ काजल की आर्थिक मदद के लिए सोशल मीडिया पर शुरू की गई हमारी मुहिम का युवा उर्जा तेजतर्रार जिला पंचायत सदस्य दीपक बिजल्वाण ने संज्ञान लिया और 50हजार रूपये की नगद आर्थिक मदद की।काजल की मां ने धनराशि प्राप्त होने की पुष्टि की है ।
इसके साथ ही अन्य गुमनाम साथियों ने काजल की माता प्रमिला के खाते में यथासम्भव मदद की है।आज तक सभी के सहयोग से 60हजार की धनराशि की मदद पीडित बालिका को मिली है ।
सामाजिक कार्यकर्ता रेखा नौटियाल जोशी ने काजल से मुलाकात की तथा उसकी स्थिति से साथियों को अवगत कराया । रेखा नौटियाल जोशी की सजगता तथा सक्रियता तथा दीपक बिजल्वाण जैसे सामाजिक कार्यकर्ता के सहयोग सहानुभूति और आर्थिक मदद तथा गुमनाम आर्थिक मदद करने वाले सभी साथियों के सामुहिक सहयोग से ही यह संभव हो सका।हमनें सोशल मीडिया पर काजल की मदद की मुहिम शुरू की ।और पंजाब केसरी उतराखण्ड टाइम्स ,पर्वत जन न्यूज पोर्टल तथा फेसबुक पर काजल की मदद के लिए खबर बनाईं और पोस्ट की ।हमारे सुधी पाठकों तथा मित्रों ने खबरों को पसंद और शेयर तथा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता ने संज्ञान लिया और काजल की मदद के लिए आगे आये । समाज के प्रति संवेदनशील युवाओं ने यथासम्भव आर्थिक मदद की ।
दीपक बिजल्वाण ने खबर का संज्ञान लेते हुए काजल की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया तथा 50 हजार रूपये की नगद आर्थिक की। तथा दिल्ली में राजीव गांधी अस्पताल में इलाज करने का भी भरोसा दिया । काजल की मां प्रमिला देवी ने कहा कि दीपक बिजल्वाण उनके लिए फरिश्ता बनकर आये हैं। उनहोंने 50 हजार रूपये की नगद आर्थिक सहायता की है तथा दिल्ली ले जाकर काजल के इलाज में हर संभव मदद का भरोसा दिया है ।
प्रमिला ने सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू करने तथा समाचार पत्रों में खबरों प्रकाशित करने वाले पत्रकारों का तथा खबर का संज्ञान लेते हुए उनकी आर्थिक मदद तथा सलाह देने वाले सभी महानुभाव का आभार जताया ।उनका कहना है कि उनके खाते में केवल एक हजार रूपये शेष थे आज बैंक गई पासबुक में एन्ट्री करवाई तो 17 हजार रूपये जमा हुए । तथा दीपक बिजल्वाण ने 50 हजार का चैक दिया है जिसे भुना लिया गया है। उन्होंने सभी का आभार जताया। सामाजिक कार्यकत्री रेखा नौटियाल जोशी ने काजल की मदद करने वाले सभी साथियों का आभार जताया।