कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड की शान 8750 हैक्टेयर में बनी फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क में देसी विदेशी और सरकारी पर्यटकों की संख्या और आय तो लगातार बढ़ती गई लेकिन पार्क में आय के बावजूद पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है। सरकार से इतनी बड़ी संख्या में मिले रुपयों को खर्च करने के बाद भी संतोषजनक संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने में राज्य सरकार पूर्णतः विफल रही है।
हल्द्वानी निवासी आर.टी.आई.कार्यकर्ता हेमंत गौनिया द्वारा मांगी गई सूचना पर जोशीमठ के नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के लोक सूचना अधिकारी ने 23 अप्रैल 2019 के पत्र से ये जानकारी दी है।
जानकारी के अनुसार :-
वर्ष 2002-03 में कुल पर्यटक -2667 से ₹1,05,720/= प्राप्त हुआ।
वर्ष 2001-02 में कुल पर्यटक -3021 से ₹79,160/=
वर्ष 2003-04 में कुल पर्यटक -4493 से ₹2,51,920/=
वर्ष 2004-05 में कुल पर्यटक -4937 से ₹3,17,150/=
वर्ष 2005-06 में कुल पर्यटक -5222 से ₹3,62,355/=
इसके बाद वर्ष 2017-18 में देशी पर्यटकों में एकाएक इजाफा हुआ और इनकी संख्या तेरह हजार एक सौ पिचासी(13,185) के साथ विदेशी और सरकारी पर्यटक मिलाकर कुल 13,754 पर्यटकों ने पार्क घूमा जिससे ₹22,25,025/= रुपये की आय हुई ।
वर्ष 2018-19 में अब तक कुल -15,433 पर्यटकों से ₹24,12,075/= रुपये प्राप्त हुए।
राज्य बनने के बाद अबतक फूलों की घाटी राष्ट्र पार्क ने कुल एक करोड़, चव्वालिस लाख, अड़तीस हजार और आठ सौ अट्ठासी(₹1,44,38,888/=)रुपये कमाए। लेकिन विभाग ने पार्क के रख रखाव और मरम्मत में 2001 से 2018 तक सरकार से प्राप्त 992.99लाख रुपये के सापेक्ष 916.31 लाख रुपये खर्च कर दिए हैं। पार्क में वर्तमान में 76.68 लाख रुपया अवशेष है । पार्क में विदेशी पर्यटकों के प्रथम तीन दिनों के लिए ₹600/= जबकि देशी पर्यटकों के प्रथम तीन दिनों के लिए ₹150/= रुपये वसूले जाते हैं।