मामचंद शाह
राज्य सूचना आयुक्त के 2 पदों के लिए आज हो रही बैठक निरस्त हो गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की नाजुक हालत के चलते उनके दर्शनों के लिए दिल्ली निकलने का कार्यक्रम बना चुके हैं।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की किडनियां काम करना बंद कर चुकी हैं और उन्हें जीवन रक्षक उपकरणों के सहारे रखा गया है।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री डोईवाला में ‘सीपैट’ के कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद दिल्ली निकल जाएंगे। दिल्ली में सीएम पार्टी के बड़ा नेताओं से भी मिल सकते हैं। वह राज्य के बदले हालात से भी अवगत कराएंगे। इसके साथ ही उनके दौरे का एक अहम मकसद गृहमंत्री राजनाथ सिंह को जन्मदिन की बधाई देना भी है।
पहले सूचना आयुक्तों के चयन के लिए बैठक शाम 5:00 बजे मुख्यमंत्री निवास पर रखी गई थी। सूचना आयुक्तों के प्रमुख दावेदारों में से एक सेवानिवृत्त आईएएस चंद्रशेखर भट्ट के राज्य निर्वाचन आयुक्त बन जाने के बाद इस पद के प्रमुख दावेदारों में वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत, अजय सेतिया, अविकल थपलियाल, अजीत राठी तथा पूर्व नौकरशाहों में सीएस नपलच्याल प्रमुख हैं। सबसे अहम बात यह भी है कि कुछ पत्रकारों को सूचना आयुक्त बनाए जाने के लिए विधायक और वरिष्ठ नौकरशाह बाकायदा लॉबिंग कर रहे हैं। समझा जा सकता है अपने पत्रकारिता के दौर मे इन्होने कैसे विधायकों तथा नौकरशाहों को उपकृत किया होगा। बहरहाल अगली बैठक के विषय मे अभी कोई स्थिति साफ नही हुई है।
इधर कुछ माह से सूचना आयुक्त की कुर्सियां खाली होने के कारण सूचना के अधिकार में सुनवाई या बंद है तथा सूचना अधिकार के आवेदक मायूसी किंतु सियासत को लगता है कि इतने हम मामले से कोई सरोकार नहीं है कभी नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को समय नहीं होता तो कभी मुख्यमंत्री बैठक को प्राथमिकता में शुमार नहीं कर पाते।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सूचना आयुक्तों के चयन की महत्वपूर्ण बैठक को छोड़कर मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा विजय बहुगुणा के दौरे की याद दिला गया है।
वर्ष 2013 में जब 17-18 जून को केदारनाथ में आपदा आई थी तो विजय बहुगुणा राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई देने दिल्ली चले गए थे। वहीं आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बीमार एनडी तिवारी जी का हाल चाल पूछने तथा राजनाथ सिंह को जन्मदिन की बधाई देने के लिए अहम कार्य छोड़कर दिल्ली जा रहे हैं।