मुकेश कुमार
लालकुआं रेलवे प्रशासन की अनदेखी के चलते रेलवे कालौनी स्थित रेलवे की भूमि पर अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है।
अतिक्रमणकारियों ने रेलवे की सरकारी भूमि पर बड़े पैमाने पर अवैध कब्जा कर रखा है।
ताजा मामला रेलवे कालौनी वार्ड नम्बर 7 का है। जहां रेलवे की सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसमें पक्का निर्माण करने का आरोप सामने आया है।
सूचना के बाद आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर उक्त निर्माण कार्य के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।फिलहाल आरपीएफ ने काम रूकवा दिया है। इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हडकंप मचा हैं।
बताते चले कि लालकुआं रेलवे कालौनी वार्ड नम्बर 7 स्थित खाली पड़ी रेलवे की सरकारी भूमि पर बडे़ पैमाने पर अवैध अतिक्रमण किया जा रहा है। यहाँ सब खेल रेलवे प्रशासन की नाक के नीचे खेला जा रहा है।
कुछ साल पहले उक्त जमीन पर कब्जा नही था,लेकिन धीरे धीरे रेलवे की भूमि पर अवैध अतिक्रमण ने जोर पकड़ लिया।दर्जनों झोपड़ी बनाकर तैयार हो गई यहाँ सब अतिक्रमण रेलवे में कार्यरत कर्मचारी एवं रिटायर हुए कर्मचारियों के नाते रिश्तेदारों ने कर रखा है। वैसे रेलवे व सरकारी जमीन को अतिक्रमण करना सबसे आसान है। स्थानीय पुलिस, आरपीएफ व इंजीनियरिंग विभाग से तालमेल बैठा लीजिए और लाखों की जमीन को अपना बना लीजिए।
सरकारी व रेलवे की जमीन पर मकान या कब्जा किस तरह करना है, इसकी पूरी जानकारी भी यह विभागीय अधिकारी आपको दें देंगे। पहले बांस से घेरना, फिर तिरपाल, लगाना फिर ईट लगाकर मकान बनाने के सूत्र को भलि भांति अतिक्रमणकारी को समझाया जाता है।
ऐसा ही एक मामला आज सुबह आया जब रेलवे में तैनात एक कर्मचारी के रिश्तेदार ने रेलवे की भूमि पर पक्का निर्माण कर दिया।
रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर उसमें पक्का निर्माण करने की शिकायत आरपीएफ को मिली, जिसके बाद मौके पर पहुंची ।
इस दौरान निर्माण कार्य कर दो लोगों को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर जिन्हें बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया।फिलहाल आरपीएफ ने निर्माण कार्य रूकवा दिया है। इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हडकंप मचा हैं। इधर आरपीएफ का कहना है कि रेलवे की जमीन पर अवैध अतिक्रमण किसी किमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।