आज शुरू हुए बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए लोक लुभावन बजट के बाद उसे उत्तराखंड में धरातल पर उतारने को आगे आई सरकार तब असहज हो गई, जब स्पीड को लेकर जनता के सवालों से घिरी डबल इंजन की सरकार आज तक घिर गई, जब महामहिम राज्यपाल ने 11 बजे की बजाय १0:56 पर ही अभिभाषण पढऩा शुरू कर दिया।
विपक्ष ने इस पर भारी आपत्ति जताई और इसे संसदीय परंपराओं का न सिर्फ उल्लंघन माना, बल्कि इसे लोकतंत्र के खिलाफ भी बताया कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए आज राज्यपाल के अभिभाषण का सहारा लेने लगी है और विपक्ष कोई सवाल नहीं उठा पाए। इसके लिए तय समय से पहले ही राज्यपाल का अभिभाषण शुरू कर दिया गया। सरकार द्वारा दिखाई गई इस तेजी के बाद विपक्ष के विधायक सदन के बाहर धरने पर बैठ गए। विधायकों का कहना है कि विपक्ष की आवाज दबाने का यह षड्यंत्र है, जिसे किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। काफी देर तक विपक्ष के हंगामे के चलते सदन को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।