उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा 13, 14 एवं 15 फरवरी को देश की साहसिक पर्यटन की राजधानी (Adventure capital) ऋषिकेश में पाटा ए.टी.आर.टी.सी एंड एम. 2019 का आयोजन किया जा रहा है. ट्रैवल तथा एडवेंचर पर्यटन के इस वैश्विक मेले में अमेरिका, थाईलैंड, कोरिया, जर्मनी, चीन, फ्रांस, स्पेन, कनाडा, यूक्रेन, तुर्की, आयरलैंड, यूनाइटेड किंग्डम, बुल्गारिया, ऑस्ट्रेलिया, इटली, रूस, पोलैंड और सिंगापुर जैसे दुनिया के कुल 19 देशों के ट्रैवल एवं एडवेंचर पर्यटन क्षेत्र के अग्रणी 44 अंतर्राष्ट्रीय क्रेताओं, नेपाल, इंडोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, म्यांमार और भारत के 49 विक्रेताओं और कतिपय विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं एवं डेलिगेट्स द्वारा भाग लिया जा रहा है।
त्रिदिवसीय आयोजन में एक दिन कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं द्वारा एडवेंचर तथा ट्रैवल की संभावनाओं, नव अनुसंधान एवं नवाचार आदि पर विस्तृत चर्चा की जाएगी जबकि अगले दिन ट्रैवल मार्ट के दौरान क्रेताओं एवम विक्रेताओं को आमने-सामने बैठकर एक दूसरे की व्यावसायिक आवश्यकताओं को व्यक्त करने, समझने तथा भुनाने का अवसर प्राप्त होगा।
आखिर क्या है पाटा?
पाटा (PATA) अर्थात पेसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो एशिया प्रशांत क्षेत्र में ट्रेवल तथा एडवेंचर टूरिज्म (यात्रा एवं साहसिक पर्यटन) के सतत् विकास के लिए उत्प्रेरक का कार्य करता है. पाटा अपने सदस्य देशों एवं संस्थानों के लिए शोध एवं नवाचार का समावेश करते हुए ट्रैवल मार्ट, कॉन्फ्रेंस, सम्मेलन आदि का आयोजन करता है. वर्तमान में 95 राष्ट्रीय प्रादेशिक तथा नगरीय पर्यटन बोर्ड, 25 अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस एवं एयरपोर्ट, 108 हॉस्पिटैलिटी संस्थान, 72 अकादमिक संस्थान और ट्रेवल उद्योग की सैकड़ों अग्रणी नामचीन संस्थाएं इसकी सदस्य हैं. इसके अतिरिक्त विश्वभर में स्थापित 36 पाटा चैप्टर के अंतर्गत हजारों ट्रैवल ऑपरेटर इस संस्था से जुड़े हुए हैं. प्रत्येक वर्ष इसके द्वारा आयोजित होने वाले विभिन्न आयोजनों से बड़ी मात्रा में पर्यटन व्यापार की नवीन संभावनाओं का सृजन होता है, जिससे इसके आयोजक एवं सदस्य दोनों ही लाभान्वित होते हैं.
पाटा ए.टी.आर.टी.सी. एंड एम.
पाटा एडवेंचर, ट्रैवल एंड रिस्पांसिबल टूरिज्म कॉन्फ्रेंस एंड मार्ट इस संस्था द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक प्रमुख वैश्विक आयोजन है, जिसमें ट्रैवल और एडवेंचर टूरिज्म (यात्रा और साहसिक पर्यटन) के क्षेत्र की अग्रणी वैश्विक संस्थाओं और कंपनियों द्वारा भाग लिया जाता है. हाल में, इसके पहले भूटान के थिंपू, थाईलैंड के सियांग राय चीन के लुओयांग तथा दुबई के आबू धाबी स्थित अल इन में शहरों में पाटा के अंतरराष्ट्रीय इवेंट आयोजित किए गए हैं. ज्ञातव्य है कि पिछले वर्ष सितंबर माह में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के नेतृत्व में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा मलेशिया की लंकावी शहर में आयोजित हुए पाटा ट्रैवल मार्ट एंड कॉन्फ्रेंस में प्रतिभाग किया गया था.
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा राज्य को एडवेंचर टूरिज्म के एक अग्रसर गंतव्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से इस आयोजन की मेजबानी की दावेदारी पेश की गई, जिसे पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार तथा पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन द्वारा मंजूर कर लिया गया. एडवेंचर ट्रैवल ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया, जोकि साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में देश की एक अग्रणी संस्था है, को इस आयोजन को सफल बनाने के उद्देश्य से ‘नॉलेज पार्टनर’ के रूप में चयनित किया गया है.
पाटा एडवेंचर ट्रैवल एंड रिस्पांसिबल टूरिज्म कॉन्फ्रेंस एंड मार्ट का आयोजन ऋषिकेश के मुनि की रेती में गंगा नदी के किनारे स्थित गंगा रिसॉर्ट में किया जा रहा है. इस आयोजन की मेजबानी के लिए ऋषिकेश का चयन पाटा के प्रतिनिधियों द्वारा स्वयं यहां का स्थानीय भ्रमण करने के उपरांत किया गया है. यह तथ्य किसी से छिपा हुआ नहीं है कि इस चयन के पीछे ऋषिकेश में एडवेंचर टूरिज्म की अपार संभावनाएं अंतर्निहित हैं. इस त्रिदिवसीय इवेंट में एक ट्रैवल टूरिज्म कॉन्फ्रेंस तथा एकदिवसीय ट्रैवल मार्ट का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा नेटवर्किंग तथा नए संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से अन्य गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी।
14 फरवरी को एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा तीव्र गति से आगे बढ़ रहे पर्यटन सेक्टर के नए चलनों, नवाचार और गतिशीलता के विषय में व्यापक चर्चा की जाएगी।
निजी तथा सरकारी क्षेत्र के विशेषज्ञ इस कांफ्रेंस के माध्यम से पर्यटन सेक्टर की विविध संभावनाओं और अन्य बिंदुओं पर एक दूसरे की आवश्यकताओं को एक मंच पर आसानी से समझ सकेंगे. 15 फरवरी को एक दिवसीय ट्रैवल मार्ट का आयोजन किया जाएगा जिसमें अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय तथा स्थानीय पर्यटन संस्थाओं तथा कंपनियों के प्रतिनिधि एडवेंचर उत्पादों के क्रय-विक्रय के ध्येय से आमने-सामने होंगे और एक दूसरे की व्यापारिक आवश्यकताओं को जान सकेंगे, समझ सकेंगे और पूरा कर सकेंगे।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा 13 तथा 16 फरवरी को आगंतुकों के लिए हेरिटेज वॉक, फैमिलियराइजेशन ट्रिप, राफ्टिंग जेेैसी भ्रमणात्मक, रोमांचकारी और मनोरंजक गतिविधियां रखी गई हैं ताकि देश विदेश से आने वाले पर्यटन क्षेत्र के पुरोधाओं को ऋषिकेश में प्रबल रूप से उपस्थित पर्यटन की संभावनाओं से प्रत्यक्ष रूप से अवगत कराया जा सके।
इस आयोजन में भारत सहित दुनियाभर के कुल 19 देशों के क्रेताओं द्वारा भाग लिया जा रहा है. पाटा के माध्यम से ट्रैवल तथा एडवेंचर क्षेत्र की विश्व प्रसिद्ध 44 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को क्रेता के रूप में आमंत्रित किया गया है, जो राज्य के स्थानीय पर्यटन की संभावनाओं का मूल्यांकन कर भविष्य में यहां पर्यटन के प्रवाह को बढ़ाने का कार्य करेंगी। साथ ही आगंतुक राज्य के अन्य पर्यटन उत्पादों से भी रूबरू हो सकेंगे. राज्य की लोक संस्कृति का प्रदर्शन करने के उद्देश्य से संस्कृति विभाग के माध्यम से आगंतुकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोक नृत्य, गंगा आरती, आदि का भी आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में 18 विदेशी तथा 31 भारतीय अग्रणी संस्थाओं द्वारा विक्रेता के रुप में भाग लिया जा रहा है जो कि अपने पर्यटन उत्पादों को वैश्विक बाजार के सम्मुख रखने का अवसर प्राप्त करेंगे. कॉन्फ्रेंस में पर्यटन के नवाचार एवं तीव्र गति से बढ़ रही संभावनाओं पर व्याख्यान देने के लिए 10 अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है. इसके अतिरिक्त इस आयोजन के व्यापक कवरेज के उद्देश्य से राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय एवं स्थानीय मीडिया के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
आयोजन के महत्व को इस बात से समझा जा सकता है कि पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के प्रधान सचिव योगेंद्र त्रिपाठी स्वयं इस कांफ्रेंस में शिरकत करने के लिए ऋषिकेश आ रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा की जा रही यह पहल निश्चय ही राज्य को साहसिक पर्यटन की संभावनाओं के वैश्विक मंच पर एक प्रतिष्ठित स्वरूप प्रदान करने में सफल होगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2018 को एडवेंचर ईयर के रूप में मनाया गया था, जिसके अंतर्गत कराए गए एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया कि ऋषिकेश एडवेंचर क्षेत्र के पर्यटकों का सर्वाधिक प्रिय गंतव्य है। यही नहीं सर्वे द्वारा ऋषिकेश को देश की ‘एडवेंचर कैपिटल’ के खिताब से भी नवाजा गया।
राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के साथ-साथ विश्व की ‘साहसिक राजधानी’ (एडवेंचर कैपिटल) का ताज भी ऋषिकेश के सिर पर होगा!