समाजसेवी तथा उद्योगपति मोहन काला अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। मोहन काला ने श्रीनगर से पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ा था।
मोहन काला सतत पर्वतीय विकास हेतु यथासंभव तत्पर रहते है। केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को प्रदत्त एनआईटी, जो कि सुमाडी ग्राम में स्थापित होनी थी, एनआईटी प्रशासन द्वारा स्थानांतरित करने के षड्यंत्र को मोहन काला द्वारा न्यायालय तक ले जाया गया। इस उद्देश्य से कि एनआईटी द्वारा प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप में 25000 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें। काला सतत् क्षेत्रवसियों के साथ खड़े रहे। नतीजा यह रहा कि प्रशासन को भी एनआईटी सुमाड़ी, श्रीनगर क्षेत्र में स्थापना के लिए झुकना पड़ा। मोहन काला द्वारा हर उस विषय, जिस से पलायन रुक सके और युवाओं का रुझान अपने गाँव से जुड़े रहे, को सर्वोपरि रखा जाता रहा है।