कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के एक पी.सी.एस.रैंक के अधिकारी के खिलाफ एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सितारगंज कोतवाली में एफ.आई.आर.दर्ज की गई है। इस पूरे प्रकरण में एक वीडियो वायरल हुआ है जो कि इसी पीड़ित महिला का है।
उधम सिंह नगर जिले में सितारगंज की संपूर्णानंद जेल के अधीक्षक(पी.सी.एस.स्तर अधिकारी)व दो अन्य कर्मचारियों पर गेंग रेप का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला ने जेल के अंदर के कई अहम् खुलासे किये हैं जो आपको चौका देंगे। महिला ने मामले की पहले पुलिस से शिकायत की जिसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई, इसके बाद वह जिला एवं सत्र न्यायालय पहुँच गई। न्यायालय ने संपूर्णानंद जेल के अधीक्षक, जेलर और एक अन्य कर्मचारी के खिलाफ सितारगंज पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए । महिला ने अपने बयान में कहा है की जेलर व अन्य उसे बच्चों की धमकी देकर गलत काम करते थे, जिसके कारण वह मजबूरन चुप रहती थी।
महिला ने बताया कि 26 जनवरी 2017 को जेलर के साथ दो वर्दीधारी उसके घर आए और उन्होंने बारी बारी से महिला के साथ रेप किया। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी दी। पीड़ित ने कहा,-” मुझे जेलर ने अश्लील वीडियो भेजा जिसे मैने सेव कर लिया था। सभी मुझे गाली भी देते थे।”
पीड़ित महिला के अनुसार जो महिला कैदी जेल में बंद होती हैं, उनका यौन शोषण किया जाता है। महिलाओं के साथ बदसलूकी से पेश आया जाता है। पीड़ित महिला ने बताया कि पिछले दिनों जसपुर में भाड़े के शूटर ने हत्या को अंजाम दिया था, जिसका पूरा ताना बाना जेल के अन्दर से ही बुना गया था। उसने बताया कि कैदियों के पास मोबाईल भी है जिसे प्रयोग में लाया जाता है।
यह है पूरा मामला
मामले के अनुसार सितारगंज निवासी एक महिला कैदी ने खटीमा के न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया था कि उसके भाई के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज होने पर वर्ष 2003 में उसे भी हल्द्वानी जेल भेज दिया गया था। हल्द्वानी जेल में उस समय डिप्टी जेलर के पद पर कार्यरत टी डी जोशी जो वर्तमान में संपूर्णानंद जेल के अधीक्षक हैं, ने उसे कार्यालय में बुलाकर दुष्कर्म किया। कुछ दिन बाद वह जमानत पर रिहा हो गई। इसके बाद डिप्टी जेलर की यहां संपूर्णानंद जेल में तैनाती हो गई। महिला अब राजस्व विभाग की जमीन पर खेतीबाड़ी करने के साथ ही जेल में एक संस्था के माध्यम से कार्य कर रही थी। तब एक बार फिर उसकी मुलाकात जेल अधीक्षक से हुई। महिला ने आरोप लगाया है कि अक्तूबर 2016 में जेल अधीक्षक ने फिर उसे अपने कार्यालय बुलाकर उसके साथ छेड़छाड़ की, जिसका विरोध कर वह घर चली आई। इसके बाद नवंबर 2016 में आरोपी जेल अधीक्षक अपने जेलर और एक अन्य कर्मचारी के साथ उसके घर आया और उसके साथ गेंग रेप की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद जेल अधीक्षक उसके साथ आए दिन दुष्कर्म करने लगा। 26 जनवरी 2017 की रात करीब 8:30 बजे तीनों उसके घर आए और दुष्कर्म किया। महिला का आरोप है कि जेलर और कर्मचारी ने मोबाइल से उसकी वीडियो भी बनाई और इसे इंटरनेट पर अपलोड कर बदनाम करने की धमकी देते हुए उसके साथ दुष्कर्म करते रहे।