पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

आपके लिए यह राज्य छोटा है मृत्युंजय

August 5, 2016
in पर्वतजन
ShareShareShare
Advertisement
ADVERTISEMENT

शिव प्रसाद सेमवाल

यूं तो लंका में सभी ५२ गज के होते हैं, लेकिन कभी-mahamritunjay mantraकभी देवभूमि में भी बड़े कद के महानुभाव किसी अज्ञात अर्थ के आकर्षण में आ जाते हैं। अभी उत्तराखंड में कुछ ही दिनों पहले राका का डाका पड़ा है। अब और झेलने की मुद्रा में शायद यहां के लोग नहीं हैं। कुछ लोग होते हैं, जो अपने पद और कद से भी अधिक क्षमता और योग्यता वाले काम करने में माहिर होते हैं। मृत्युंंजय मिश्रा भी ऐसे ही कद के अफसर हैं। आधे दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों से सीधे संपर्क वाले मिश्रा अपनी पहुंच की बदौलत भले ही नई-नई बन रही यूनिवर्सिटियों में आने वाली कई तरह की आर्थिक और मान्यता संबंधी दिक्कतों को चुटकियों में दूर करने के लिए अपने उच्चाधिकारियों के चहेते रहे हैं, किंतु इन विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं, खरीदों और भर्तियों को लेकर उठने वाले बवाल में कुलसचिव मिश्रा ही सवालों के घेरे में रहते आए हैं।
मिश्रा के बारे में एक बहुत ही दिलचस्प बात सत्ता के गलियारों में कही जाती है कि वह बहुत अच्छे मैनेजर हैं। अपने काम के लिए सीढ़ी लगाना और काम होने के बाद सीढ़ी खिसका लेना उन्हें बहुत अच्छे से आता है। जिनकी सीढ़ी खिसकती है, वह खिसियाते हुए मिश्रा के पीछे पड़ जाते हैं, लेकिन तब तक मिश्रा आगे निकलकर कहीं और सीढ़ी लगा रहे होते हंै।
उत्तराखंड थोड़ा धीमे मिजाज का प्रदेश है। यहां तेज चाल वालों को अक्सर लंगड़ी लगा दी जाती है। मिश्रा के घपले-घोटाले चाहे कितने भी हों, वह अपने घोटालों को लेकर नहीं, बल्कि तेज चाल को लेकर निशाने पर हैं। उन्हें निशाने पर लेने वाले भौंचक हैं कि इतनी जल्दी राजनीतिक विज्ञान का कोई प्रोफेसर कैसे दो-दो विश्वविद्यालयों की मलाईदार कुर्सी हथिया सकता है। कुछ गलतियां मिश्रा की भी हैं। इस दौड़ में वह नहीं देख पाए कि उनके साथ चलने के कितने ख्वाइशमंद लोग इस प्रतिस्पद्र्धा में गिरकर चोटिल हो गए।
मिश्रा के लिए उत्तराखंड के हालात अब बद से बदतर होते जा रहे हैं। वह अभी जवान हैं और दिल्ली जवानों का शहर है। दिल्ली संभवत: उनके लिए दूर नहीं है और यह उनकी महत्वाकांक्षाओं के लिए सबसे मुफीद शहर भी है।
उत्तराखंड के लोग भले ही स्वाभिमानी होने की पुरानी छवि को अभी तक भुनाते हों, किंतु किसी काम के लिए ठीक से आभार जताना और अपने काम के लिए दूसरे की सही से तारीफ करना हम लोग शायद सीख नहीं पाए। मृत्युंजय मिश्रा ये दोनों काम बहुत अच्छे से जानता है। मिश्रा ने अपने विभागों से ताल्लुक रखने वाले उच्चाधिकारियों को और मंत्री-संतरियों को अच्छे से उपकृत किया और अपने रास्ते बनाता चला गया।
मिश्रा की राह में रोड़े तब आए, जब वह राजभवन और राज्य सरकार के बीच तिब्बत समस्या की तरह डिप्लोमेटिक राजनीति के शिकार हो गए। संरक्षण देने वालों ने काफी हद तक मिश्रा के सिर से हाथ हटा लिया। आज मिश्रा भले ही उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों को नई ऊंचाईयां देने के कितने ही दावे कर लें, किंतु उनके लिए तारीफ और सांत्वना के दो शब्द आज किसी के लफ्ज पर नहीं हैं।
सियासत में शिकार बड़ी नफासत से छांटे जाते हैं। जिन अयोग्यताओं का ठीकरा मिश्रा के सिर पर फोड़कर उनकी बलि मांगी जा रही है, उससे कहीं अधिक अयोग्यता वाले लोग दूसरे विश्वविद्यालयों में मजे से कुलसचिव की कुर्सियों पर डटे हैं।
जाहिर है कि उत्तराखंड भले ही छोटे भूभाग, छोटी सी जनसंख्या और छोटे दिलो-दिमाग का प्रदेश हो, किंतु भ्रष्टाचार के आरोपों से सने हुए विकास को गले उतारना अभी तक उत्तराखंड के लोगों को ठीक से नहीं आया है। शायद इसीलिए विकास पुरुष एनडी तिवारी को भी यहां से जाना पड़ा था तो मृत्युंजय तो इस बिसात का बहुत छोटा सा मोहरा है।


Previous Post

ओह! मिश्रा का मोह

Next Post

steve waugh hit by a ball

Next Post

steve waugh hit by a ball

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • बड़ी खबर: अवैध निर्माण पर फिर चला एमडीडीए वीसी बंशीधर तिवारी का डंडा
  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने चैशायर होम्स में लगाया निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर। 105 मरीजों को मिला लाभ
  • बड़ी खबर: हरिद्वार में 14 से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे सभी स्कूल। जानिए कारण ..
  • खौफनाक : हेमलता ने प्रेमी गुफरान के साथ मिलकर की पति की हत्या। पहले पिलाया जहर, फिर डूबा कर मारा
  • त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव : भाजपा ने घोषित किए चुनाव प्रभारी। देखें..
  • इनश्योरेंस
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!