कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड और चीन से लगी सीमा क्षेत्र में रस्सी से चढ़कर पाहाड़ो तक पहुंचने की इन तस्वीरों को देखकर आप सोच रहे होंगे कि ये कड़ी एन.एस.जी.कमांडो ट्रेनिंग का हिस्सा है । हम आपको यहां पर टोकेंगे, ये किसी ट्रेनिंग का नहीं बल्कि सीमांत व्यास वैली के लोग मजबूरी में अपने घर का रास्ता तय कर रहे हैं।
देखिए वीडियो
दूसरे वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि इन फिसलन भरे पत्थरों को किस तरह से सावधानी से पकड़कर ये महिलाएं अपना रास्ता तय कर रही हैं।
देखिए वीडियो 2
उत्तराखण्ड में आसमानी आफत के बाद पिथौरागढ़ के व्यास घाटी के लोगों की जिंदगी मुश्किल भरी हो गई है। इस क्षेत्र में 50 दिन से अधिक समय आपदा को हो गया है लेकिन स्थानीय लोगों को इसी तरह अपने काम पर आना जाना पड़ रहा है। हजारों की आबादी आज भी इसी तरह जान हथेली में लेकर आवाजाही करने को मजबूर है । इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कैसे लोग एक रस्सी के सहारे खतरनाक खड़ी पहाड़ी पर चढ़ रहे हैं। अगर इनका हाथ छूटा तो ये शायद बच ना सकें, क्योंकि नीचे उफनती काली नदी है । ये जिस रास्ते को पार कर रहे हैं वहां हर कदम मे मौत खड़ी है। ये तस्वीरें चीन सीमा से सटे नजंग और मालपा के बीच की हैं । बगल में खतरनाक रूप वाली काली नदी है। यहां के लोगों की जिंदगी हर पल मौत से जूझती है, जरा सी चूक होने पर काली नदी में समाने का खतरा बना रहता है। इस इलाके के करीब दर्जन भर गाँव ऐसे ही आवाजाही करने को आज भी मजबूर हैं।