देहरादून में भारतीय जनता पार्टी के मेयर पद के प्रबल प्रत्याशी तथा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खासमखास सहयोगी सुनील उनियाल गामा द्वारा किए गए अतिक्रमण का संज्ञान आखिरकार प्रशासन ने ले ही लिया।
पहले
गौरतलब है कि पर्वतजन ने पिछले दिनों खबर पब्लिश की थी कि अतिक्रमण हटाने वाली टीम ने आसपास के अतिक्रमण तो हटाए लेकिन ठीक घंटाघर के पास दर्शन लाल चौक पर सुनील उनियाल द्वारा अतिक्रमण करके बनाई गई दुकानों की तरफ झांका तक नहीं।
पर्वतजन में खबर प्रकाशित होते ही पाठकों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्ति की और खबर को काफी शेयर भी किया।
खबर छपने के बाद
इसका परिणाम यह हुआ कि शासन प्रशासन पर काफी दबाव बन गया तथा प्रशासन ने तत्काल सुनील उनियाल गामा की दुकानों के अतिक्रमण पर 3:30 मीटर तक अतिक्रमण हटाने के लिए लाल निशान लगा दिए।
पाठकों की प्रतिक्रिया के बाद एक्शन
लाल निशान लगते ही सुनील उनियाल गामा अपनी दुकान पर लगे इन लाल निशानों को हटाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। सबसे पहले तो उन्होंने दुकान के ऊपर लगा अपना विशालकाय अवैध होर्डिंग हटाकर नीचे रख उल्टा रख दिया।
सुनील उनियाल गामा तथा उनके सहयोगी जिलाधिकारी देहरादून से मिले और उनसे कहा कि उनके “सामने वाले स्कूल सेंट थॉमस ने सड़क पर अधिक कब्जा किया हुआ है, इसलिए उनकी तरफ से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।”
पर्वतजन के सूत्रों के अनुसार प्रशासन ने सुनील उनियाल गामा की दुकानों द्वारा किया गया अतिक्रमण खुद ही हटा लेने के लिए 2 दिन का समय दिया है।
देखना यह है कि पाठकों की प्रतिक्रियाओं के कारण लाल निशान लगाने को मजबूर हुई प्रशासन की टीम इन दुकानों से अतिक्रमण हटा पाती है या नहीं।
प्रशासन से मांगी मोहलत
पर्वतजन के सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के दिल्ली में होने के कारण प्रशासन भी इस वीआईपी अतिक्रमण पर असमंजस की स्थिति में है और सुनील उनियाल गामा तथा प्रशासन दोनों मुख्यमंत्री के लौटने के बाद उनके रुख का इंतजार कर रहे हैं।