देहरादून में दिनाँक 21 अगस्त 2018 को सिटी कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि एक विक्रम no 5 से एक महिला मातावाला बाग के सामने गिर कर घायल हो गयी हैं, प्रथम दृष्टया एक्सीडेंट की सूचना पर उक्त विक्रम को लाल पुल पर पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान रोका गया, तथा उक्त चालक को मय विक्रम के चौकी लक्मन चौक पर लाकर पूछताछ/जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि उक्त विक्रम में 6-7 लोग बैठ थे जिसमे दो बुजुर्ग भी थे।
इसी दौरान चौकी पर उक्त चोटिल महिला के पति श्री भूपेंद्र कुमार नि. ब्रह्मपुरी पटेलनगर ने लिखित सूचना दी कि उसकी पत्नी शाम को बाजार से सामान खरीदकर पतंजलि शॉप के पास सहरनपुर रोड से एक विक्रम में बैठी थी, की सीट पर उसके बगल में बैठे 2 लड़के जिनकी उम्र करीब 35 वर्ष की होगी, के द्वारा गंदे कॉमेंट्स करते हुए छेड़खानी शुरू कर दी और उसका हाथ पकड़ा, जिससे उक्त महिला इनसे घबराकर एक दम चलते विक्रम से माता वाला बाग के पास कूद गई,जिससे उसके चोट आयी हैं, जिसका उपचार महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में चल रहा है।
उक्त सूचना पर अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध अंतर्गत धारा 354 ipc में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई , चुकी देहरादून शहर में विक्रम के अंदर एक महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा गंभीरता से लेते हुए, पुलिस अधीक्षक नगर व co city के कुशल पर्यवेक्षण तथा प्रभारी निरीक्षक के निर्देशन तथा व.उप.निरी. के नेतृत्व में उक्त घटना के शीघ्र अनावरण हेतु एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा आज दिनाँक 22 अगस्त 2018 को घटना से संबंधित अन्य पहलुओं का विस्तृत अध्ययन किया गया तथा वादी श्री भूपेंद्र की मौजूदगी में घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तो इनकी पत्नी द्वारा पतंजलि शॉप निकट सहारनपुर चौक से दवाइयां लेकर शिवाजी धर्मशाला के सामने से विक्रम रुकवाकर बैठना तथा इस स्थान से करीब 50 कदम दूरी पर ही उक्त महिला का चलते विक्रम से कूद जाना, इतनी दूरी में मात्र 20 य 30 सेकंड का समय लगा होना सम्भवतः पाया गया, इतनी देर में किसी व्यक्ति के द्वारा कॉमेंट पास करना व फिर छेड़छाड़ करने जैसा वाक्या होना कुछ संदिग्ध प्रतीत होने पर, तथा विक्रम चालक से भी बार बार पूछताछ पर भी यही बताया कि उक्त महिला द्वारा ऑटो रोकने के लिए न तो वेल बजायी और न ही आवाज़ देकर ऑटो को रुकवाया गया था, किन्तु बाद में उसको पता चला कि एक महिला ऑटो से गिर गयी है तो पब्लिक के डर से ऑटो भगा कर ले गया। इन सब तथ्यों की सत्यता हेतु पीड़ित मजरुब महिला के घर ब्रह्मपुरी में पहुचकर पूछताछ की गई तो, उक्त महिला तथा उसके परिजनों द्वारा बताया गया कि, करीब 5 वर्षो से उसका डिप्रेशन का इलाज महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में चल रहा है, कल शाम दवाई लेने सहारनपुर चौक पर पतंजलि शॉप पर आई थी, वहाँ से विक्रम रुकवाकर उसके अंदर यह सोचकर कि उसके अंदर महिलाएं भी होगी, बैठ गयी, किन्तु उसमे सभी पुरुष थे, जिनको देखकर यह घबरा गई और यह सोचकर कि यह मुझे नुकसान पहुचा सकते हैं, अपने मन मे ख्याल लेकर एक दम चलते विक्रम से मात्र 50 कदम चलने के बाद यह सोचकर कि दूसरा ऑटो ले लेगी, विक्रम से कूद गई, विक्रम ड्राइवर को भी आवाज़ नही दे पाई इतना इनके दिमाग मे नही आया, इनके द्वारा किसी भी व्यक्ति द्वारा कमेंट करना तथा अश्लील हरकत कर छेड़छाड़ करने से इनकार किया है, अचानक लोगो को देखकर मन मे ख्याल आने पर अचानक यह सब होना बताया गया, इनके पति की मौजूदगी में यह सब इन्होंने बताया है। तथा घटना के आस पास के लोगो से भी पूछताछ पर किसी प्रकार की उक्त महिला से छेड़छाड़ होना नही पाया गया है। अब तक कि जांच से पाया गया कि उक्त महिला डिप्रैशन की मरीज है, जिसको ऑटो में बैठते ही अपने आपको असुरक्षित महसूस होने पर यह कल्पना कर कि उसमे बैठे व्यक्ति उसके साथ कुछ गलत कर सकते हैं, ऑटो विक्रम से कूद जाना। उक्त महिला का इलाज कर रहे डॉक्टर से भी जानकारी की गई तो उनके द्वारा भी इनको डिप्रैशन का मरीज बताया गया है। महिला के पति वादी मुकदमा श्री भूपेंद्र द्वारा पूरी जानकारी न होने के कारण कल ऑटो चालक व उसमे वैठे व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथना पत्र दिया गया था, जिस पर आज घटना की पूर्ण जानकारी होने पर इनके द्वारा लिखित में अपनी पत्नी की बीमारी का हवाला देते हुए उक्त अभियोग में अन्य कोई अग्रिम कार्यवाही न करने का आग्रह किया गया है। किन्तु ऑटो विक्रम चालक द्वारा महिला के गिरने के बाद ऑटो नही रोकने पर उसके विरुद्ध M V Act की कार्यवाही की गई है।