पौड़ी। गढ़वाल के जिलाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि हमें गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये रखना है ताकि पर्यावरण की दृष्टि से गंगा अविरल बहती रहे। इसके अलावा उन्होंने उन्होंने वनाग्नि सुरक्षा के बचाव के लिए जन सहयोग की अपील भी की।
गढ़वाल एवं सिविल सोयम वन प्रभाग पौड़ी द्वारा नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत जिलाधिकारी सुशील कुमार की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने गंगा के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये रखना है, ताकि पर्यावरण की दृष्टि से गंगा अविरल बहती रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के सन्दर्भ में कहा कि गंगा तथा उसकी सहायक नदियों में भी ठोस एवं तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन कार्य चलाये।
जिलाधिकारी ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत जनपद में 3 नगरीय क्षेत्र, श्रीनगर, देवप्रयाग एवं स्वर्गाश्रम तथा 21 ग्राम सभाएं चिन्हित है, जहां पर गंगा के किनारे स्नानघाटों, शवदाह स्थलों, तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को कार्य प्रारम्भ हो चुके हैं। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सरपंच, वन पंचायतों, ग्राम प्रधानों को अपने-अपने क्षेत्रों की परियोजनाओं के प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा ताकि पुन: इन परियोजनाओं की डीपीआर तैयार की जा सके। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत पौधारोपण, भू-कटाव रोक, गांव के आने-जाने के रास्तों का निर्माण, जल संरक्षण हेतु जल स्रोतों में योजनान्तर्गत जड़ी बूटी, छायादार व फलदार वृक्षोंं का रोपण के अलावा राष्ट्रीय औषधीय पादपों के उन्नयन के कार्य किये जा सके।
इस अवसर पर उन्होंने फायर सीजन को ध्यान में रखते हुए वनाग्नि सुरक्षा के बचाव के लिए जन सहयोग की अपील भी की। उन्होंने इस जागरण एवं जन जागरूकता कार्यशाला में उपस्थित जन प्रतिनिधियों से कहा कि इसमें सार्थकता तभी होगी, जब आप अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता के साथ-साथ लोगों में भी जन जागरूकता ला सकें। कार्यशाला में उप वन संरक्षक लक्ष्मण सिंह रावत ने नमामि गंगे परियोजना के तहत वन एवं सिविल सोयम वन प्रभाग पौड़ी द्वारा गंगा व सहायक नदियों के किनारे बसे ग्रामों में जल संवर्द्धन, वृक्षारोपण, भू-कटाव आदि रोकने व पथ निर्माण जैसे कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने के लिए वन पंचायत सरपंचों से तेजी से कार्यवाही करने को कहा साथ ही वन विभाग द्वारा चलाये जा रहे क्रियाकलापों की जानकारी दी। कार्यशाला में एपीडी सुनील कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी पौड़ी, लैंसडौन व विभिन्न ग्रामों से आए सरपंच व प्रधानों ने शिरकत की।