उत्तराखंड में टिहरी गढ़वाल के खांडगांव राजा खेत में एक 9 साल की बच्ची से बलात्कार करने के प्रयास पर ग्रामीणों ने दानिश नाम के एक व्यक्ति को बुरी तरह से पीटा और उसे जूतों की माला पहनाकर पूरे मार्केट में घुमाया। युवक बिजनौर के धामुपर सिवारा का निवासी है। वह मीट विक्रेता है।
पहाड़ के शांत इलाकों में भी छेड़छाड़ की घटनाएं तेजी पकड़ने लगी हैं। वहीं लोग भी बेहद आक्रोशित होने लगे हैं।
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इलाज के लिए आई थी बच्ची
पीड़िता अपनी मां के साथ नंद गांव अस्पताल में इलाज के लिए आई थी। बच्ची के पांव में काफी दर्द हो रहा था। बच्ची अपनी मां के साथ बड़ी मुश्किल से चलते हुए पीपल डाली पुल क्रॉस कर रही थी, इतने में एक स्कूटी वहां पर आई तो ग्रामीण महिला ने सहज भरोसा करते हुए स्कूटी चालक से अनुरोध किया कि इस बच्ची को स्कूटी में बिठाकर आगे तक छोड़ दें, किंतु आरोपित ने बच्ची को आगे ले जा कर स्कूटी रोक दी और उसे एक झाड़ी की तरफ ले गया और उसे कुछ पैसे देते हुए उसके साथ दुराचार का प्रयास किया।
घर आकर बच्ची ने यह बात अपनी मां को बताई और मां ने स्थानीय ग्रामीणों को बताई तो पूरे इलाके में जंगल की आग की तरह आक्रोश फैल गया। लोगों ने आरोपी को पकड़कर बुरी तरह से धुन दिया।
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पुलिस ने आरोपी को पकड़कर प्राथमिक उपचार के लिए बौराड़ी चिकित्सालय नईटिहरी में भर्ती कराया है। आज इसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
दानिश का भाई भी कर चुका जाखणीधार मे छेड़छाड़
दानिश नाम का युवक मटन शॉप का काम करता है। इससे पहले इसके भाई को भी जाखणीधार में एक ग्रामीण लड़की के साथ बलात्कार करने के प्रयास में पकड़ा गया था। उस समय भी ग्रामीणों ने पिटाई करके इसके भाई को छोड़ दिया था। तब यह मामला पुलिस में नहीं दिया गया था।
नई टिहरी के प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज नेगी ने बताया कि आरोपित दानिश को कोर्ट में पेश करने के साथ ही आज पीड़िता का भी मेडिकल कराया जाएगा।
इस तरह की घटनाओं से क्षेत्र में काफी गुस्सा है और लोग बाहर के लोगों तथा दूसरे समुदायों को मकान दुकान किराए पर न देने तथा उन्हे कारोबार से ही बाहर करने के बारे में एक राय बनाने लगे हैं। यदि जल्दी ही पुलिस ने हालात न संभाले तो आने वाले समय में ऐसे मामलों में लोग कानून व्यवस्था को पूरी तरह अपने हाथ में लेने से भी नहीं हिचकेंगे।
बढ रहा आक्रोश
गौरतलब है कि इससे पहले घनसाली में भी दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की गई थी तथा उन्हें घनसाली छोड़ने का अल्टीमेटम भी दे दिया गया था।
हालांकि पुलिस ने तत्काल तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था लेकिन कुछ ही दिनों में घनसाली से 16 किलोमीटर दूर घटित इस घटना ने एक बार फिर से लोगों को घनसाली की यादें ताजा करा दी हैं।
यही नहीं कल घटित घटना से 16 किलोमीटर और दूर जाखणीधार में भी इस व्यक्ति के भाई द्वारा पहले ऐसी हरकत के कारण वहां के लोगों में भी काफी उबाल है। आक्रोशित लोगों की यह एक पूरी बेल्ट तैयार होती जा रही है जो भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति पर आक्रामक रुख अख्तियार कर सकती है। जाहिर है कि पुलिस तथा प्रशासन को समय रहते ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।