देहरादून के मसूरी रोड स्थित बोर्डिंग स्कूल पेस्टलवीड में कक्षा नौ की छात्रा के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। इस मामले में बाल संरक्षण आयोग ने स्कूल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही एसएसपी देहरादून और शिक्षा महानिदेशक को घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
बाल संरक्षण आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पेस्टलवीड बोर्डिंग स्कूल में कक्षा ९ में एक छात्रा पढ़ाई करती है। स्कूल से नीचे स्विमिंग पूल बनाया गया है, जो स्कूल से १६८ सीढिय़ां नीचे उतरकर सुनसान जगह पर है। स्वीमिंग टे्रनर इसी का फायदा उठाकर बीते कई दिनों से छात्रा के साथ बलात्कार कर रहा था, लेकिन डर से सहमी छात्र यह बात प्रारंभ में किसी को नहीं बता पाई। हालांकि जब परिजनों को उक्त घटना का पता चला तो स्कूल प्रबंधन पर आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की। हालांकि आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गुरुवार को बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने पेस्टलवीड स्कूल में जांच मौका मुआयना किया। जिस पर वहां की अव्यवस्थाएं देखकर उन्होंने स्कूल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई। मौके पर सीसीटीवी कैमरे नहीं पाए गए, जो कि बोर्डिंग स्कूल में अनिवार्य रूप से होने चाहिए थे। १६८ सीढिय़ां उतरकर स्वीमिंग पूल का होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई, क्योंकि किसी को कोई असुविधा होने पर वह तत्काल शिकायत नहीं कर सकता है और वह जल्द ऊपर नहीं आ सकता है। मौके पर यह भी पाया गया कि वहां एक वेडिंग प्वाइंट बना हुआ है, जो कि स्कूल में शिक्षा के माहौल को खराब करता है। उन्होंने स्कूल से घटना की पूरी डिटेल जल्द से जल्द बाल संरक्षण आयोग को उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने ४६ फॉर्मं जेजेबी एक्ट के अनुसार घटना की जांच के निर्देश दिए हैं।
स्कूल प्रबंधन उक्त घटना को छिपाने का प्रयास करता रहा। इसे स्कूल प्रबंधन पर रसूखदारों का दबाव बनाए जाने के रूप में भी देखा जा रहा है। ऐसे में यह जांच और जरूरी हो जाती है।
इससे पहले भी थाना सहसपुर के अंतर्गत जीआरडी वल्र्ड बोर्डिंग स्कूल में भी एक छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था।