कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड में केदारनाथ फ़िल्म के रिलीज को रोकने के लिए जनहित याचिकाकर्ता स्वामी दर्शन भारती ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि उत्तखण्ड के बाद देशभर में बैन के लिए दिल्ली कुछ होगा । बताया कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि जल्द विधानसभा में विधेयक लाकर उत्तराखण्ड के मन्दिरों पर बनने वाली इस प्रकार की फिल्मों पर रोक लगाएंगे ।
नैनीताल में पत्रकारों से उन्होंने कहा की केदारनाथ फ़िल्म को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा रोके जाने से वो बहुत संतुष्ट हैं । उन्होंने अब इसपर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध की मांग शुरू कर दी है । उन्होंने इसके लिए अब सर्वोच्च न्यायालय के दरवाजे खटखटाने का विचार बनाया है । उन्होंने ये भी कहा है कि वो सर्वोच्च न्यायालय से फ़िल्म के नाम को बदलने की मांग करेंगे और देश के सभी मुख्यमंत्रियों समेत प्रधानमंत्री से भी इसपर रोक के लिए मुलाकात करेंगे । उन्होंने कहा है कि अगर फ़िल्म रिलीज भी हो गई है तो उसे आगे रोक जा सकता है । कहा कि उत्तराखण्ड सरकार ने जिस तरह इसको रोकने का साहस उठाया है उसी तरह देश हिंदुत्व और केदारनाथ के साथ इसे रोकने के लिए खड़ा हो जाए । उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश के पर्यटन संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उन्हें फोन कर बताया कि वो विधानसभा में विधेयक लाकर उत्तराखण्ड के मन्दिरों पर बनने वाली इस प्रकार की फिल्मों पर रोक लगाएंगे ।
फ़िल्म में केदारनाथ मन्दिर परिसर में बोल्ड किसिंग सीन और लव जेहाद को लेकर नाराज क्षेत्रवासियों ने जनहित याचिका दायर की थी । जनहित याचिका में श्री.बद्री श्री.केदार मन्दिर समिति ने भी विरोध व्यक्त किया था । मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायमूर्ति रमेश चंद खुल्बे की खंडपीठ ने फ़िल्म को राज्य सरकार द्वारा फ़िल्म की सत्यता के लिए बनाई गई उच्च समिति के फैसले पर छोड़ दिया था । इसके बाद कई जिलों के जिलाधिकारियों ने फ़िल्म प्रदर्शन के बाद हुड़दंग की संभावना जताते हुए अपने अपने जिलों में रोक लगा दी थी ।