तीर्थ नगरी हरिद्वार में बीच शहर से गौ तस्करी बड़े आराम से हो रही है लेकिन पुलिस है कि उसको यह सब नजर ही नहीं आता अथवा वह इसका संज्ञान लेने को ही राजी नहीं है।
देखिए वीडियो
29 अप्रैल की रात शांतिकुंज के पास गौ तस्करों ने बड़े आराम से एक भारी भरकम गाय को आसानी से काबू में कर के सेंट्रो में कैद कर दिया और फुर्र हो गए।
यह मामला पास के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। किंतु जब पुलिस से इस संबंध में पूछताछ की गई तो पुलिस का कहना था कि ऐसे कई वीडियो आते रहते हैं लेकिन उनके पास तस्करी की कोई शिकायत नहीं है।
जब SSP से गौ तस्करी के संबंध में जानना चाहा तो उनका कहना था कि यह वीडियो तो 4 माह पुराना है जबकि सीसीटीवी फुटेज में तारीख और समय साफ दिख रहा है इसके बावजूद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का भौतिक सत्यापन करना तक सही नहीं समझा।
इस तरह से कहा जा सकता है कि तीर्थ नगरी हरिद्वार में पुलिस की मिलीभगत अथवा जानबूझकर की जा रही अनदेखी से गौ तस्करी चरम पर है। पुलिस लचर बहाने बना कर अपना दामन बचाने का प्रयास कर रही है। उत्तराखंड में गोवंश संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत गोवंश की तस्करी करना संगीन अपराध की श्रेणी में आता है। वर्तमान सरकार ने इस कानून को और कड़ा किया है। उसके बावजूद हाल यह है कि हिंदुओं की धार्मिक धार्मिक नगरी से हो रही गाय तस्करी पर ही पुलिस कोई संज्ञान नहीं ले रही और न गोभक्त कान धरने को राजी हैं।