देहरादून| संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के बखूबी निर्वहन की प्रतिज्ञा के साथ देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में संविधान दिवास मनाया गया| इस दौरान छात्रों ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया|
शनिवार को संविधान दिवस के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में समारोह का आयोजन किया गया| स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स द्वारा आयोजित समारोह के दौरान ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने संविधान के प्रति देशवासियों के कर्तव्य और उनके मौलिक अधिकारों को बहुत खूबसूरती से चित्रित किया| वहीं संविधान की प्रस्तावना, मौलिक अधिकार और कर्तव्य विषय पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से एक सेमीनार आयोजित किया गया, जिसमें उत्तराँचल यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रवीण राठी और हिमगिरी ज़ी यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. भुपनेश कुमार ने अपने विचार व्यक्त किये| डॉ. प्रवीण राठी ने कहा कि संविधान के प्रति हर देशवासी का कर्तव्य है कि वो उसका सम्मान करते हुए उसका अनुसरण करे| वहीं संविधान उन तरीकों को सुनिश्चित करता है, जिसमें शक्ति का प्रयोग करने वालों को उन लोगों के प्रति जवाबदेह ठहराया जा सकता है, जिनकी वो सेवा करते हैं| डॉ. भुपनेश कुमार ने संविधान में लिखित मौलिक अधिकार और कर्तव्यों के प्रति छात्रों का ध्यान आकृष्ट कराया| उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकार और कर्तव्य साथ साथ चलते हैं और महान राष्ट्र के निर्माण की दिशा में कार्य करते हुए इन्हें निभाने और पूर्ण करने की आवश्यकता है| इस दौरान स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड लिबरल आर्ट्स की डीन प्रोफ़ेसर दीपा आर्या ने अतिथियों को सम्मानित किया| कार्यक्रम का संचालन अंकिता उनियाल ने किया| इस दौरान शिक्षकगण और छात्र उपस्थित रहे|.