पलायन क्यों हो रहा है।
साथीयों आज हमने पलायन क्यों किया इसका जिम्मेदार हम खुद नही है।सरकार जिम्मेदार है क्योंकि 70,80,90,की दशक और अभी तक पहाड़ो मे शिक्षा 0%तक ही सिमित है।पहले पहाड़ो मे स्कूल 8वीॅ तक फिर दो दशक बाद 10वीॅ तक और अब( आजतक) 12वीॅ तक ही स्कूल है अभी भी स्कूलो मे शिक्षा ब्यव्स्था इतनी चरमरायी हुई है कि न तो वहाॅ टीचर है।न प्रशासन।अभी भी पहाड़ का 10वीॅ और 12 वीॅ पास लड़का या लड़की शहर के 5 वीॅ और 6 वीॅ क्लास के बच्चे के बराबर है।और यह हकीकत है।इसलिये हमने अपने घर की प्रतिस्थिति व शिक्षा के हालात देखकर पलायन किया और आज की युवा शक्ति को (किसी को डाक्टर, किसी को इंजिनियर, किसी को टीचर व अन्य ) इतना सशक्त बनाया कि वह आज हर एक का ईंट से ईंट बजा सकता है।और सरकारों से जबाब माॅग सकता है कि मैने इंजिनियरिंग कर रखी है।मै अपने पाॅव पर खड़ा होना चाहता हूॅ फिर अपने उत्तराखण्ड मे जाना चाहता हूॅ और पलायन रोकना चाहता हूॅ।तो आपने 16 साल से मैरे लिये कुछ करा या नही करा।करा है तो क्या किया है और नही किया तो क्यों नही किया है।तो हम आह्वाहन करते है उन युवा शक्ति को आह्वाहन करते है उस नारी शक्ति को आह्वाहन करते है उन बुद्धिजीवियों को जिन्होने उत्तराखण्ड को स्वर्ग बनाने की नीॅव रखी है।अब हम वह भेंड़ बकरीयाॅ नही है जो चरवाह पीछे से हाॅकता है।अब समय बदल गया है हम वो शेर,शेरनीयाॅ है जो 20 नवम्बर को रामलीला मैदान से दहाड़ेगें और ये सरकारे हमारी दहाड़ सुनेंगे।
धन्यवाद।