इन दिनों देशभर में आईएएस अधिकारियों के कारनामे लगातार प्रकाश में हैं। इस कड़ी में टिहरी की जिलाधिकारी सोनिका के पिता सहीराम का राजस्थान में रिश्वत लेते पकड़े जाना कई सवाल खड़े करता है। सहीराम 6 महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे, किंतु सेवानिवृत्ति से पहले एक रिश्वत मामले में फंसने के बाद जब उनकी जांच हुई तो जांच टीम भी सकते में आ गई।
दरअसल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने राजस्थान में नारकोटिक्स के एडिशनल कमिश्नर सहीराम मीणा के सरकारी आवास में रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया था। इस दौरान जब टीम ने छानबीन की तो इस दौरान जांच टीम को सोनिका के पिता की 200 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है। इसके अलावा उनके और उनके परिजनों के नाम पर 106 भूखण्डों के दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। बताया गया कि इस आवास पर करीब 2.35 करोड़ रुपए और बड़ी संख्या में अचल संपत्तियों के दस्तावेज हाथ लगे हैं। हालांकि अभी यह देखना बाकी है कि उनकी और कितनी चल-अचल संपत्ति है।
उल्लेखनीय है कि डीएम टिहरी सोनिका की साफ छवि मानी जाती है और वह जनता के बीच लोकप्रिय है, लेकिन पिता के इस मामले में फंसने से उन्हें भी शर्मिंदगी का सामना कर पड़ सकता है। हालांकि श्रीमती सोनिका का अंतरजातीय विवाह करने के कारण विगत दस वर्ष पहले अपने पिता के साथ संबंध विच्छेद हो गया था।