जगदम्बा कोठारी/रूद्रप्रयाग
बीते दो दिनों से जनपद की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह और जिला चिकित्सालय कर्मियों के बीच जंग सी छिड़ी है। कल शुक्रवार शाम स्वास्थ्य कर्मियों और डाॅक्टरों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ बाजार भर मे झूलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया। जवाब मे आज जिला पंचायत अध्यक्ष समर्थक भी कलेक्ट्रैक से अस्पताल तक झूलूस निकालने की तैयारी मे थे मगर बंद कमरे मे बैठक कर मामले को दबा दिया।
भाजपा टिकट पर जखोली बजीरा लस्या वार्ड से रिकार्ड मतों से जिला पंचायत सदस्या और जिला पंचायत अध्यक्षा रूद्रप्रयाग पद पर विजयी हुई अमरदेई शाह और स्वास्थ्य कर्मचारी इन दिनों आमने सामने हैं। दोनों मे से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था तो आज जिला अधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा और दोनों पक्षों मे सुलह करायी गयी।
दरअसल बीते गुरूवार से जिला पंचायत अध्यक्षा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।5 मार्च को श्रीमती शाह जिला अस्पताल का निरिक्षण के दौरान सप्ताह भर से भर्ती मरीज के पैर का आॅपरेशन न होने की नाराजगी के चलते अस्पताल के चीफ मेडिकल सुपरिटेंड को
मरीजों के सामने ही जमकर फटकार लगायी। वहीं पर खड़े किसी शाह समर्थक ने पूरी डांट फटकार का वीडियो बना डाला और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सीएमएस को फटकार का वीडियो सोशल मीडिया वायरल होने के बाद से नाराज अस्पताल कर्मियों ने कल शाम जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी कर अध्यक्ष का पुतला दहन किया और सीएमएस के साथ किये गये दुर्व्यवहार के प्रति 24 घंटे के भीतर लिखित माफी मांगने की मांग पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी। आक्रोशित अस्पताल कर्मियों ने डीएम और एसपी से मुलाकात भी की। कर्मियों ने कहा कि जिस प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष ने 59 वर्षिय सीएमएस को कहा कि ‘काम नहीं करना है तो नोकरी छोड़ दो’ शब्द कहे वह अमर्यादित है और साथ ही उन्होने अध्यक्ष के गनर पर भी कर्मियों से बदसलूकी करने का आरोप लगाया। सभी कर्मियो ने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर यदि जिला पंचायत अध्यक्ष सीएमएस से लिखित माफी नहीं मांगती और गनर को सस्पेंड नहीं किया जाता है तो सभी अस्पताल कर्मी कार्य बहिष्कार को विवश होंगे।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने पूरे घटनाक्रम पर माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया था जिससे जनपद मे सियासी माहौल गर्मा गया।
अध्यक्षा का कहना है बीते एक सप्ताह से आॅपरेशन के बहाने एक मरीज को बिस्तर पर लेटा रखा है और उसका आॅपरेशन तो दूर उसकी देखभाल भी अस्पताल ठीक से नहीं कर रहा है, मरीज की आॅपरेशन सामग्री रूद्रप्रयाग के बजाए रूद्रपुर पहुंच रही है और मरीज बिस्तर पर तड़प रहा है। और एक सप्ताह बाद उसे अचानक से श्रीनगर रेफर कर दिया जाता है। इसमे उसके धन और समय की बरबादी हुयी। अन्य मरीजों की भी यही दशा है। हड्डी रोग का वार्ड भी दूसरी मंजिल पर बना है जिससे मरीजों को दर्द सहन कर दूसरी मंजिल तक चलकर जाना पड़ता है। उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से अस्पताल के खिलाफ बहुत शिकायतें मिल रही थी। निरक्षण के दौरान शिकायतें सही मिली। जिस कारण सीएमएस को फटकार लगायी गयी लेकिन किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं की गयी है जिसे कि आप वीडियो मे देख भी सकते हैं लेकिन कुछ लोग मामले को बेवजह तूल दे रहे हैं। जिला अस्पताल रेफर सेंटर बन गया है अगर कोई आवाज उठाता है तो उसका विरोध किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा है कि मैं साथ ही एक महिला भी हूं और विभागीय कर्मचारी मेरा पुतला जला रहे हैं।
बहराल मामले मे जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों मे सुलह करा दी गयी है। बताया जा रहा है कि पूरे प्रकरण के बाद स्वास्थ्य विभाग ने ही अपनी गलती स्वीकार कर मामले को रफा दफा कर दिया।