फेल हुई सरकार की शराब नीति,कोविड-19 टैक्स से व्यापारी परेशान,15 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल
अनुज नेगी
उत्तराखंड सरकार की शराब नीति एक बार फिर से फैल साबित होने वाली है,सरकार की शराब नीति में कोविड-19 का अतिरिक्त टैक्स शराब कारोबारी पर अभी से बोझ बनने लगा है,जिससे शराब कारोबारी परेशान नजर आने लगे हैं।
जनपद ऊधमसिंह नगर के शराब व्यापारी अपने सरकार की शराब नीतियों से खासे परेशान हो रखे है,सरकार द्वारा कोविड-19 से लिया जाने वाला टैक्स उन्हें बिल्कुल भी नहीं रास आ रहा है।
शराब व्यपारियों ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 15 मई से जिले के सभी ठेके को अनिश्चितकालीन के लिए बन्द किए जाने के सम्बंध में अवगत कराया है।
जनपद ऊधमसिंह नगर के शराब व्यापारियों ने देसी व अंग्रेजी शराब का अधिभार कम कराने की मांग को लेकर जिला अधिकारी को ज्ञापन भेजा है जिसमें शीघ्र अधिभार कम ना होने पर शराब व्यापारियों ने 15 मई से अनिश्चितकालीन के लिए शराब की दुकानों को बंद करने का ऐलान कर दिया है।
जिला अधिकारी को दिए ज्ञापन में शराब व्यापारियों का कहना है कि उनको 19 मार्च को लॉटरी सिस्टम से द्वारा शराब की दुकानें आवंटित की गई थी जिसका उन्हें लाइसेंस फीस और प्रथम प्रतिभूति भी जमा करा दिया है।
जो दुकान है उन्हें अप्रैल माह में खोलने थी लेकिन कोरोना महामारी के वजह लाकडाउन के कारण वह दुकाने आबकारी विभाग की अनुमति के बाद 4 मई को खुली है जिसके चलते दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा कोरोना महामारी के चलते उत्तर प्रदेश की सीमा सील है इसके अलवा फैक्ट्रियां आदि बंद हैं और कई वैवाहिक समारोह और मांगलिक कार्यक्रम ना होने के चलते शराब की बिक्री नहीं हो पाई है और आगे भी ऐसी स्थिति में बिक्री प्रभावित होना तय है,शराब की दुकानों में बिक्री का समय पहले सुबह 10:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक का था लेकिन कोरोना महामारी के चलते ही शराब की दुकान खोलने का समय परिवर्तित कर सुबह 7:00 से शाम 4:00 बजे तक हो गया है जिससे भी बिक्री पर पड़ा प्रभाव पड़ा है । शराब व्यवसायियों का कहना था कि दुकान आवंटित करते समय कोई भी नए टैक्स के बारे में नहीं बताया गया था शराब व्यवसाई सरकार द्वारा निर्धारित अधिकार व बढ़ते टैक्स देने की स्थिति में नहीं है।
पंजाब सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की तरह कोटा प्रणाली समाप्त करने के साथ ही अनुज्ञापि यो द्वारा जमा की गई धनराशि वापसी करने की मांग की गई है शराब व्यवसायियों ने सरकार से उनकी मांग पर कार्रवाई करने की बात कही है।
उनका कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो तो 15 मई से शराब की दुकानें अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद कर दी जाएंगी।