टिहरी के डीएम डॉ वी षणमुगम ने डीएफओ वी के सिंह का जवाब तलब किया है।
डॉ वीके सिंह 9 मई को देहरादून गए और 13 मई की शाम को वापस लौटे थे लेकिन जब नगर पालिका टिहरी की सीआरटी टीम ने उनसे पूछा तो उन्होंने झूठ कह दिया कि वह तो 1 महीने से अपने कार्य क्षेत्र घनसाली में हैं।
लेकिन पुष्ट सूचना के बाद सीआरटी टीम ने 16 मई को डीएफओ तथा विभागीय वाहन चालक धन सिंह को क्वॉरेंटाइन कर दिया।
आज जिलाधिकारी ने डीएफओ का जवाब तलब कर दिया है और पत्र में उनसे 2 दिन में जवाब मांगा है। डीएम ने कहा है कि एक जिला स्तरीय अधिकारी होने के बावजूद उन्होंने मिथ्या सूचना दी है और अपने कर्तव्य का पालन न करते हुए जिला प्रशासन को गुमराह किए जाने का प्रयास किया है।
डीएम ने इसे अत्यंत खेद जनक मानते हुए 2 दिन में जवाब तलब किया है कि वे अपने अधिकारियों की अनुमति के बिना मुख्यालय से बाहर कैसे चले गए !
डीएम ने पत्र में डीएफओ से पूछा है कि उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट एवं अन्य अधिनियम के तहत सुसंगत धाराओं में कार्यवाही क्यों न की जाए !