रिवर ट्रेनिंग के नाम पर खनन माफियाओं ने खोद डाले गड्ढे। पानी भरे गड्ढों में डूबने से दो बच्चों की मौत
– जिम्मेदार प्रशासन ने खनन माफियाओं पर कार्यवाही की होती तो नही घटती यह घटना
रिपोर्ट- अनुज नेगी
कोटद्वार। रिवर ट्रेनिंग के नाम पर खनन माफियाओं ने नदियों में कई फ़ीट गड्ढे खोद डाले, जिसके कारण बरसात में खोदे गए गड्ढों में पानी भरने से दो बच्चे गड्ढे में गिर गए जहाँ बच्चों के डूबने से उनकी मौत हो गई। जनपद पौड़ी के कोटद्वार खोह नदी में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर खोदे गए गड्ढों में दो बच्चे गिर गए। गड्ढों में पानी भरे होने से उनकी मृतु हो गई। मौके पर मौजूद महिला ने बच्चों को डूबता हुआ देख शोर मचाकर आसपास मौजूद लोगों को मदद के लिए बुलाया। जिसके बाद उन्होंने दोनों बच्चों को गड्ढों से बाहर निकालकर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लकड़ी पड़ाव निवासी अरशद (6) और उसका चचेरा भाई गुलशेर (7) रविवार दोपहर का करीब दो बजे खोह नदी में नहाने गए थे। तभी वे मछली पकड़ने की कोशिश भी करने लगे। मछली पकड़ने को कोशिश में दोनों रिवर ट्रेनिंग नाम पर खोदे गए गड्ढों में गिर गए। तभी पास में कपड़े धो रही एक महिला की नजर बच्चों पर पड़ गई। महिला ने बच्चों को बचाने के लिए शोर मचाया तो आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने बच्चों को गड्ढे से निकाला और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अब सवाल यह है कि, रिवर ट्रेनिंग के नाम पर खनन माफियाओं ने नदियों में कई फिट गड्ढे खोदे मगर जिम्मेदार प्रशासन ने इन माफियाओं पर कार्यवाही तक नही की। अगर प्रशासन इन पर समय से कड़ी कार्यवाही की होती तो आज दो बच्चों की जान नही जाती। वही जब रिवर ट्रेनिंग में खनन की गहराई डेढ़ से तीन फीट है। मगर खनन माफियाओं ने नदियों को 15 से 20 फ़ीट खोद दिया मगर जिम्मेदार प्रशासन कुम्भकर्ण की नींद सोया रहा।