पहाड़ो में मूसलाधार बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त। बादल फटने से कई मकान क्षतिग्रस्त
रिपोर्ट- जगदम्बा कोठारी
पहाड़ों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। कल देर रात अलग-अलग जगहों में बादल फटने से दो गांव में काफी नुकसान हुआ है। टिहरी जनपद के भिलंग विकासखंड के सीमांत गांव ‘गंगी’ में देर रात मूसलाधार बारिश के बाद बादल फटने से लगभग 20 से 25 मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त बताए जा रहे हैं। जिनमें लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक मवेशियों के दबे और बहे जाने की आशंका है। साथ ही आधा दर्जन घराट पानी में बह गए। लगभग 3 पुल जमींदोज हो गये। कई हेक्टेयर आलू की खेती भी पानी में समा गई। यहां स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल राहत और बचाव कार्य की मांग की है। लेकिन सड़कें बंद होने की वजह से राहत एवं बचाव दल को पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
वहीं दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जनपद के विकासखंड जखोली के बांगर पट्टी में अतिवृष्टि ने भारी तबाही मचाई है। ग्राम पंचायत सिरवाड़ी-पूलन में दो दर्जन के करीब आवासीय भवनों को भारी क्षति हुई है। साथ ही लगभग आधा दर्जन पुल और घराट इस आपदा की भेंट चढ़ गए है। कई हेक्टेयर कृषि भूमि बर्बाद हो चुकी है। गांव के ही पूर्व सैनिक हुकुम सिंह का घर मलबे में पूरी तरह दब गया।
वहीं राजकीय प्राथमिक चिकित्सालय रणधार का भवन भी पूरी तरह खतरे की जद मे है। गनीमत है कि, अभी तक इस आपदा में किसी की जान जाने की कोई खबर नहीं है। दूसरी ओर लगातार हो रही बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग 2 दिन बाद भी नहीं खोला गया। गढ़वाल भर में जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त है और नदियां अपने उफान पर हैं। मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है।