विद्यालय भवन जर-जर अवस्था में। नही देते ध्यान जनप्रतिनिधि व सरकार
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
लैन्सडाउन। धन्य हो कोरौना का जो स्कूल बंद हैं वरना पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को पढाने वाली कई माताओं की गोद सूनी हो चुकी होती ,वैसे तो देखा जाय पहाड़ो में अनेकों विद्यालय भवनों की हालत खराब है जिन विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाना खतरे से खाली नहीं है लेकिन मध्यम व गरीब व्यक्ति अपने बच्चों को मजबूरी में यहाँ पढ़ाने भेज ही रहे हैं हा यदि किसी विधायक, प्रशासनिक अधिकारी के बच्चे इस विद्यालयों में पढ़ते होते तो इन विद्यालयों की हालत सही रहती पर गरीब व आम जनता की फिक्र किसी को क्यो होगी।
जी हाँ जिस भवन की हम आपको फ़ोटो दिखा रहे हैं ये मुख्यमंत्री उत्तराखंड जी के गांव से महज 44 किलोमीटर दूर लैन्सडाउन विधानसभा क्षेत्र ,ब्लॉक ज़हरीखाल के न्याय पंचायत असनखेत के पूर्व माध्यमिक विद्यालय की है इस विद्यालय भवन के सभी कमरे पूरी तरह से जर जर अवस्था में है विद्यालय व स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कई बार शासन प्रशासन को इसकी सूचना दी गई पर किसी के भी कान में जूं तक नहीं रेंगी, यहाँ पर कई गाओं के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
क्षेत्रिय युवा समाजसेवी व भैरव सेना प्रभारी ज़हरीखाल अरविंद नेगी ने कहा कि इस विद्यालय में बच्चों को भेजने का मतलब है कि उनकी जान को जोखिम में डालना, उन्होंने शिक्षा मंत्री ,सांसद गढ़वाल, विधायक लैन्सडाउन, ब्लॉक प्रमुख ज़हरीखाल,जिला पंचायत अध्यक्ष पौड़ी, सहित सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वक्त रहते हुए इस भवन की मरमत की जाय और तब तक के लिए विद्यालय को कही और शिप्ट किया जाय।