उत्तराखंड भाजपा संगठन ने विधायक पूरन फर्त्याल को भेजा नोटिस।
अनुशासनहीनता के मामले में भेजा नोटिस।
सदन के भीतर विधायक ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ नियम 58 में पूछा था सवाल।
एक सप्ताह के भीतर विधायक को देना होगा जवाब।
जवाब से संतुष्ट ना होने पर हो सकती है कड़ी कार्यवाही।
प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर महामंत्री ने जारी किया नोटिस।
पूरन फर्त्याल को नोटिस भेजे जाने से भाजपा की किरकिरी हो रही है।
विधायक ने जन प्रतिनिधि होने के नाते टेंडर घोटाले मे भ्रष्टाचार का मुद्दा सदन मे उठाया था। टेंडर घोटाले पर जांच बिठाने या भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बजाय अपने ही विधायक को नोटिस भेजे जाने से सरकार की चौतरफा निंदा हो रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस का शोर करने वाली सरकार का इस मामले को लेकर यह उलटबांसी विपक्षी दलों के लिए मुद्दा बन गयी है।