आज दिनाँक 12 अक्टूबर 2020 को फेसबुक पर देहरादून पेज की एक खबर ने पूरे देहरादून के नागरिकों को चिंतित कर दिया है।
दरअसल थानों क्षेत्र मे 10,000 पेडो को काटने की खबर ने एक दुख का वातावरण बना दिया । प्रकृति प्रेमी के लिए ये बेहद दुःख देने वाली खबर थी ।
क्योंकि 10,000 पेडो का काटना प्रकृति और देहरादून के पर्यावरण को बुरी तरह प्रभावित करेगा, जिसका प्रभाव थानों के हर नागरिक पर प्रत्यक्ष व देहरादून वासीयो को अप्रत्यक्ष रूप से पड़ेगा ।
जब इस मसले पर एसडीओ मरतुल्य जी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई ऐसी संस्तुति नहीं मिली है बल्कि ये मामला इस लिए उठ रहा है कि जोलीग्रांट एयरपोर्ट को विस्तारीकरण की प्रक्रिया चल रही है जिसमें 87 हेक्टर जमीन का लेंड ट्रांसफर होना है इसके लिए अगर सरकार जोलीग्रांट एयरपोर्ट की विस्तारीकरण की अनुमति देती है तो तब जाकर इसमें जितने पेड़ है वो काटे जाएंगे जिनकी संख्या 10 हजार के करीब होगी मगर इस से दुगने पेड़ लगाए भी जाएंगे।
ये खबर सुनते ही सोशल मीडिया में प्रकृति प्रेमियों को गुस्सा फूट पड़ा।
देहरादून की साइकिलिंग समुदाय ने इसका विरोध किया देहरादून साइक्लिंग क्लब के सचिव हरि सिमरन सिंह ने बाताया की थानों साइक्लिंग करने वालो का केदारनाथ तीर्थ है, इस स्थान के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ हमे बिल्कुल बर्दाश नही होगी ।
आने वाले समय मे क्लब के 600 से अधिक मेमेबर्स इस फैसले के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से साईकल यात्रा निकाल कर अपना विरोध दर्ज करेंगे।
गवर्नर, मुख्यमंत्री और जिला अधिकारी को विरोध का ज्ञापन दिया जाएगा ।
कुछ लोग इसके समर्थन में भी आये और कहा कि विकास के लिए इस प्रकार की पहल करनी जरूरी है अगर पेड़ काटे भी जा रहे हैं तो दुगने पेड़ लगाए भी जा रहे है ये उत्तराखंड के विकास के लिए इस प्रकार के कदम उठाना जरूरी भी है।