भाजपा का कैडर आर्मी वोट बैंक उक्रांद मे शामिल
विजय दिवस के मौके पर उत्तराखंड भाजपा से नाराज भारतीय सेना के दो दर्जन पूर्व सैनिकों, अफसरों, और उनके आश्रितों ने उत्तराखंड क्रांति दल का दामन थाम लिया। उत्तराखंड मे पूर्व सैनिक भाजपा से खासे नाराज हैं। देहरादून के डोईवाला विधानसभा में आज दर्जनों पूर्व सैनिकों ने भाजपा राज में सैनिकों की उपेक्षा को लेकर खासा आक्रोश व्यक्त किया। पूर्व सैनिकों में इस बात के लिए भी आक्रोश दिखा कि, उत्तराखंड सरकार सैन्य धाम बनाने की तैयारी कूड़े के ढेर पर करने जा रही थी, जिसे उत्तराखंड क्रांति दल तथा समाजसेवियों के आंदोलन के बाद फैसला बदल दिया गया।
उक्रांद नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि, राज्य बनने के बाद नौकरियों में पूर्व सैनिकों और आश्रितों के लिए आरक्षण को 10% से घटाकर 5% कर दिया गया है। उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा कि, अब इस आरक्षण को 15% करने के लिए मांग की जाएगी। इसके साथ ही शिव प्रसाद सेमवाल ने संकल्प जताया कि उत्तराखंड क्रांति दल प्रत्येक शहीदों के परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी सेवा में नौकरी देगा तथा सैनिकों तथा पूर्व सैनिकों उनके आश्रितों को उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा जैसे क्षेत्रों में 15% सीटें आरक्षित कराएगा। इसके साथ ही हॉस्टल में भी शहीदों के आश्रितों को निशुल्क रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
शांति प्रसाद नौटियाल ने अपने संबोधन में कहा कि, अब सैन्य धाम को पहाड़ों पर स्थापित करने के लिए आंदोलन किया जाएगा ताकि सैन्य धाम से पहाड़ों पर लोगों को रोजगार भी मिल सके और पलायन पर भी रोक लग सकेगी। पूर्व कमिश्नर तथा उत्तराखंड क्रांति दल की उच्च सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पांगती ने उत्तराखंड आंदोलन में पूर्व सैनिकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए आह्वान किया कि अब उत्तराखंड को संवारने मे भी पूर्व सैनिकों की भूमिका की अत्यंत आवश्यकता है।
बालावाला में आज पूर्व सैनिक भगवती प्रसाद भट्ट, युद्धवीर सिंह राणा, महादेव नौटियाल, रतन सिंह पंवार, अनिल अरोड़ा, देवेंद्र चमोली, एनडी सेमवाल, अजय थापा, हिकमत सिंह रावत, हरेंद्र सिंह रावत, नरेंद्र सिंह बिष्ट, धर्मेंद्र सिंह, शिव प्रसाद भट्ट, शिव प्रसाद सेमवाल, कमल दास, नारायण दत्त, देवेंद्र चमोली आदि पूर्व सैनिक अफसरों और पूर्व सैनिकों ने उत्तराखंड क्रांति दल का दामन थामा।
कार्यक्रम में मुख्य प्रवक्ता तथा सैन्य अफसर पीसी थपलियाल, केंद्रीय महामंत्री संजय बहुगुणा, केंद्रीय संगठन सचिव किशन सिंह रावत, अरविंद बिष्ट जय प्रकाश उपाध्याय, केंद्रीय महामंत्री प्रमिला रावत,युवा संगठन मंत्री विकास, समीर मुंडेपी, आदि दर्जनों लोग शामिल थे।