एक मुख्यमंत्री ने शिलान्यास तो दूसरे ने किया लोकार्पण। फिर भी ग्रामीणों की प्यास नहीं बुझा पाई अधूरी पम्पिंग योजना
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
सतपुली। आखिर क्यों पहाड़ो में ऐसा हो रहा है कि आये दिन कोई न कोई पम्पिंग योजनाएं फेल हो रही है। जबकि सरकार जल जीवन मिशन के तहत हर घर को 1 रुपये में पानी का कनेक्शन देने की बात कर रही है और पम्पिंग पेयजल योजनाएं धक्के मारके चल रही है, लेकिन मंत्री उद्घाटन पर उद्घाटन करते जा रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि, उन्होंने इस योजना के लिए भूख हड़ताल भी की, परंतु तब भी पानी नही मिल पा रहा है। सम्बंधित विभाग के लगाए स्टैंड पोस्ट केवल शो पीस बने है। जिस योजना की हम बात कर रहे हैं ये पौड़ी जिले के सतपुली के निकट घंडियाल में लगी है। योजना का नाम चिनवाडी डांडा पम्पिंग पेयजल योजना है। इस योजना का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री ने किया व वर्तमान मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया है।
बता दें कि, 80 गांव की नवनिर्माण पेयजल चिनवाड़ी डांडा पंपिंग योजना पूरी तरह फैल है। जिन गांवों के पेयजल संकट को देखकर यह महत्वपूर्ण योजना बनी थी, उनको ही पानी नसीब नही हुआ, तीन शिफ्टों में पानी पम्पिंग कर चिनवाड़ी डांडा पहुंचता है। पानी की आपूर्ति सुचारू और नियमित नही हो रही है। घण्डियाल के ही बाजार एवं अनुजति बस्ती सहित दो दर्जन गांवो को इस योजना का लाभ नही हो रहा है। जबकि पूर्ति 80 गांवो को होनी थी। 2016 में कांग्रेस से मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने इस योजना का शिलान्यास किया और 19 नवम्बर 2020 को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस योजना का लोकार्पण किया। यही स्तिथि डांडा नागराजा पम्पिंग योजना व कांडा पम्पिंग पेयजल योजना की है।