- 11 साल से जारी जांच में पुष्टि के बावजूद आरोपी अफसरों पर कार्यवाही की फाइल अटकी थी|
- यूपीसीएल के ऑडिट में भी उठाए गए थे कई सवाल
- निदेशक ने जांच रिपोर्ट में की थी गड़बड़ियों की पुष्टि
कुंभ मेला 2010 में ऊर्जा निगम के कामों की जांच में आरोपी बताए गए अफसरों पर अब जाकर कार्यवाही की फाइल तैयार हो पाई है| इन 11 वर्षों में ऑडियो समेत कई जांचो में गड़बड़ियों की पुष्टि होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई थी|
हर बार फाइल एक पटल से दूसरे पटल पर अटक रही थी| मगर अब कार्रवाई की फ़ाइल मुख्य सचिव कार्यालय तक पहुंच गई है| कुंभ मेला 2010 में ऊर्जा निगम ने बिजली के तमाम काम कराए| मगर इनकी गुणवत्ता से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक सवाल उठे|
विभागीय ऑडिट से में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की पुष्टि हुई है| ऑडिट के जो पैरा बने वह भी क्लियर नहीं हो पाए| फिर तत्कालीन निदेशक अनिल कुमार जी ने अपनी जांच रिपोर्ट में इन गड़बड़ियों की पुष्टि करते हुए 4 अफसरों पर कार्रवाई की संस्तुति की| इसमें तीन इंजीनियर विभाग के थे और एक वित्त विभाग से| लेकिन इनमें एक अफसर रिटायर हो गए हैं दूसरे अफसर अगले माह रिटायर होंगे और तीसरे कुछ माह बाद रिटायर होंगे| सूत्रों की माने तो अभी चार्जशीट जारी करने की तैयारी है इसके लिए उर्जा विभाग के मुख्य सचिव को फाइल भेज दी गई है|
सी एस कार्यालय 1 महीने पहले लौटा चुका था फाइल |
मुख्य सचिव कार्यालय को करीब 1 महीने पहले भी फाइल भेजी गई थी| हालांकि कुछ बिंदुओं पर स्थिति साफ करने को फाइल ऊर्जा सचिव कार्यालय लौट आई थी| लेकिन अब ऊर्जा सचिव राधिका झा ने ये फ़ाइल मुख्य सचिव कार्यालय भेजे जाने की पुष्टि की है|