रिपोर्ट:अनुज नेगीकोटद्वार।लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में बेशकीमती वन सम्पदा को वन माफिया धड़ल्ले से लूट रहे हैं. चिंताजनक बात यह भी है कि प्रदेश के वन मंत्री हरक सिंह रावत इस क्षेत्र के विधायक है उसी क्षेत्र के आसपास यह अवैध कटान धड़ल्ले से जारी है.मगर जिम्मेदार प्रशासन कुम्भकर्ण की नींद सोया हुआ है।
लैंसडौन वन प्रभाग का क्षेत्र एक तरफ कॉर्बेट पार्क से लगा हुआ है तो दूसरी तरफ इसके भाबर और मध्य हिमालयी क्षेत्र में वन सम्पदा की भरमार है लेकिन इसी वन सम्पदा पर वन माफियाओं की नजर लग चुकी है।
लैन्सडाउन वन प्रभाग के लालढांग रेंज,दुगड्डा रेंज व लैंसडौन रेंज में इन दिनों वन माफिया सक्रिय होकर खुलेआम चीड़ व बेशकीमती हरे पेड़ो को धड़ेले से काट रहे है।
बतादें कि लैंसडौन वन प्रभाग के लालढांग रेंज में इन दिनों बेशकीमती हरे पेड़ो पर जमकर आरी चलाई जा रही,वही दूसरी और वन माफिया लैंसडौन व दुगड्डा रेंज में वन पंचायत के हरे पेड़ो को काट कर चांदी कूट रहे है,वहीं जिम्मेदार विभाग इन माफियाओं को हरे पेड़ों के कटान की अनुमति दे कर अपनी जेब गर्म कर रहा है,वही दूसरी ओर राजस्व विभाग इस मामले में अपनी चुप्पी साधे बैठा है।
अब सवाल यह है कि आखिर लैंसडौन वन प्रभाग में हमेशा से हरे पेड़ो का कटान किया जाता है,क्या सारे वन माफिया कोटद्वार में ही बैठे है।क्या इन वन माफिया को प्रशासन का डर नही है या इन माफियाओं पर किसी सफेदपोश का हाथ है।
वहीं जब इस संबंध में पर्वतजन ने लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक सिंह से बात की तो उनका कहना है कि मामला संज्ञान में है जांच की जा रही है जांच के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
अब देखना होगा कि जिम्मेदार विभाग कब तक हरकत में आता है और इन माफियाओं पर क्या कार्यवाही करता है|