रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
थराली
थराली उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए 11 मई से 18 मई तक कोरोना कर्फ्यू का ऐलान किया हैं।
कोरोना कर्फ्यू में जहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को तय समय तक ही खोलने की छूट मिली है, वहीं सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगाया गया हैं।
विशेष परिस्थितियों में जैसे टीकाकरण या फिर मेडिकल इमरजेंसी में ही वाहनों की आवाजाही को छूट दिए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं, लेकिन थराली में कोरोना कर्फ्यू से पहले यानी सोमवार को लोग बाज़ारो में अपनी जरूरत की चीजों को खरीदने के लिए ऐसे उमड़े की सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां ही उड़ गई ।
वाहनों की आवाजाही से सड़कों पर जाम की स्थिति बन गयी । थराली में रामलीला मैदान से लेकर देवाल तिराहे तक करीब दो घण्टे जाम की स्थिति बनी रही।
जाम खुलवाने में यहां पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं कर्फ्यू के ऐलान के बावजूद बाज़ारो में उमड़ी भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां भी उड़ाई ।
बाज़ारो में लोग भीड़ के रूप में ऐसे उमड़े मानो कोई मेला लगा हो । बाज़ारो में भीड़ बिना सोशल डिस्टेंसिंग के चलती रही, जबकि बाज़ारो में केवल आवश्यक वस्तुओं की ही दुकाने आज खुली रही।
महज राशन,सब्जी और दवाई की दुकानें खुलने के बाद भी कोरोना कर्फ्यू से एक दिन पहले इस तरह की भीड़ हैरान करने वाली हैं । सरकार लगातार अनावश्यक बाज़ारो में भीड़ न लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाने और मास्क पहनने की गुहार लगा रही हैं।
प्रशासन इसके लिए लोगो को जागरूक कर रहा हैं, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकती हैं। लोग जागरूक होने के बावजूद भी सरकार की गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
वहीं प्रशासन का कहना हैं कि, सरकार द्वारा आदेश देर में जारी किया गया, शायद इस वजह से लोगों में कन्फ्यूजन हो।
हालांकि उपजिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार और थानाध्यक्ष थराली ध्वज्वीर पवार ने आश्वस्त करते हुए ये भी कहा कि, आज की जैसी तस्वीर कल देखने को नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि, कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर अब सख्ती भी बरती जाएगी।