ऊखीमठ।
केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष भी शीतकालीन गद्दीस्थल उखीमठ से गौरीकुंड सीधे वाहन से पहुंचेगी। हजारों भक्तों को साथ लेकर चलने वाली केदार बाबा की डोली के साथ गिनती के ही लोग शामिल होंगे।
महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश भर में कोरोना कर्फ्यू जारी है ऐसे में सामाजिक दूरी के पालन को ध्यान में रखते हुए भीड़ इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है।
बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली 14 मई को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से प्रस्थान करेगी और रात्रि विश्राम के लिए गौरीकुंड पहुंचेगी। 15 को गौरीकुंड से केदारनाथ एवं 17 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट 5 बजे प्रातः मेष लग्न में खोले जायेंगे।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं सुरक्षा के दृष्टिगत चल विग्रह उत्सव डोली के 20 मीटर के दायरे में तथा भैरवनाथ पूजा के दौरान ओंकारेश्वर मंदिर परिसर ऊखीमठ के 50 मीटर दायरे में धारा 144 की निषेधाज्ञा लागू है।
ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ –कुण्ड-गुप्तकाशी-फाटा-सोनप्रयाग मोटर मार्ग से प्रस्थान करते हुए डोली जब गौरीकुंड पहुंचेगी तो उक्त मार्ग में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत भीड़ जमा न हो पाये।
अतः उक्त अवधि में समस्त अन्य आवागमन एवं अन्य गतिविधियों को रोकने के आदेश जारी हुए है।
उन सभी बाजारों में राशन की दुकानें 14 तारीख की बजाय 15 तारीख को प्रातः 7:00 बजे से 12:00 बजे तक खुली रहेंगी।
अन्य बाजारों में पूर्व की भांति जो तारीख पहले घोषित की गई थी, उसी क्रम में रहेगी (14 तारीख प्रातः 7:00 बजे से 12:00 बजे तक), जिसका पालन किसी भी परिस्थिति में करना अनिवार्य होगा । यह सख्त निर्देश दिए गए हैं |
चार धामों में अभी सरकारी एडवाइजरी के तहत यात्रा पर रोक है। केवल रावल/ पुजारी अपने स्तर पर नित्य पूजा संपन्न करा सकेंगे।