स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
कोरोना काल में नैनीताल नगर पालिका कर्मचारी इमरान ने अपने परिवार की चिंता किये बगैर दर्जनों कोविड 19 संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया है । इमरान, कोविड पॉजिटिव शवों के अलावा भी आम शवों का अंत तक अंतिम संस्कार करते हैं । इमरान को जानने वाले उनके काम की तारीफ करते नहीं थकते हैं ।
नैनीताल के पास स्थित शमशान घाट में इमरान को नगर पालिका की तरफ से रखा गया है । इमरान यहां अपने परिवार के साथ रहता है । इमरान का काम घाट में आए शवों के संबंधियों को लकड़ी तोलकर उसका रुपया वसूलना और रसीद देना है ।
इमरान पिछले कई वर्षों से यहां काम कर रहा है । बीती जंगल वनाग्नि के दौरान इमरान का घाट स्थित मकान भी बुरी तरह से जल गया था । मुश्किल हालातों के बीच कोविड पॉजिटिव शवों का अंतिम संस्कार करने का जिम्मा भी इकराम पर आ गया ।
इमरान हररोज संक्रमण के खतरे के बीच अपने नौ वर्ष के लड़के, छह वर्ष की लड़की, बूढ़ी माँ और बाप, भाई और पत्नी को छोड़कर घाट जाते हैं और अपना दायित्व निभाते हैं। नैनीताल से भवाली मार्ग में शमशान घाट के बेहद मुश्किल रास्ते से गुजरते हुए इमरान कोविड पॉजिटिव शवों को घाट तक ले जाते हैं । पिछले दिनों नैनीताल में मल्लीताल के शेरवानी कंपाउंड के एक परिवार के कोरोना पॉजिटिव सदस्यों का भी इमरान ने अंतिम संस्कार किया ।
घाट से लौटे लोग बताते हैं कि, इमरान उन लोगों का भी अंत तक संस्कार करते हैं जिसका संस्कार करने वाला कोई नहीं होता है । इसके अलावा इमरान इस काम के लिए मृतकों के रिश्तेदारों से कुछ मांग या उम्मीद नहीं करते हैं । वो तो जो दिया जाता है उसमें ही खुश हो जाते हैं । इमरान के निस्वार्थ समर्पण को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन और कुछ अन्य लोग कोरोना काल के बाद उन्हें सम्मानित करने की बात कह रहे हैं । इमरान को इस सेवा के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा ।