स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के रामगढ़ में बीती 18 अक्टूबर की रात आई विनाशकारी बरसात के बाद बेबस लोगों को सहारा देने के लिए खुद आपदा पीड़ित थान सिंह बिष्ट और उनका परिवार सामने आया है ।
थान सिंह बिष्ट और उनके परिवार के सदस्यों ने जल प्रलय में अपना सबकुछ खो चुके जरूरतमंदों को दिल खोलकर मदद की और आगे भी जिंदगी रही तो मदद करने का वादा किया हैं ।
नैनीताल से लगभग 40 किलोमीटर दूर तल्ला रामगढ़ में 19 अक्टूबर की कयामत की रात ने कई परिवारों को बेघर कर दिया । यहां एक बरसाती नाले के रुख मोड़ने के बाद बगीचे से होते हुए पानी घरों में घुस गया और दुकानों और भवनों को श्रतिग्रस्त कर गया । कुछ लोगों के घर मे पानी ने सबकुछ बहा दिया या गीला कर दिया । कई घंटों से भूखे लोगों की मदद के लिए तल्ला रामगढ़ का बिष्ट परिवार सामने आया ।
खुद पानी के कहर से पीड़ित राशन और सब्जी की दुकान चलाने वाले बिष्ट परिवार ने पहले लोगों की मदद और फिर अपनी दुकान को ठीक करने का मन बनाया । दुकान में पानी घुसने की वजह से राशन खराब हो गया था । उन्होंने लंबे समय से भूखे लोगों को घर लेजाकर बनाने के लिए कच्ची सब्जी दी ।
दूसरी तरफ थान सिंह की पत्नी आशा बिष्ट ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर दाल और चावल बनाए, जिसे हर किसी भूखे इंसान को खिलाया गया । आशा बिष्ट ने बताया कि उन्होंने हर बार 30 से 40 लोगों को भोजन कराया ।
उन्होंने बड़े डेग में खाना बनाना शुरू किया क्योंकि क्षेत्र में खाने की कमी के कारण काम करने वाले या दूसरे लोग भूखे रह जा रहे थे । समीपवर्तीय क्षेत्र के जरूरतमंद भी दो वक्त का भोजन करने आशा बिष्ट के भंडारे में पहुंच रहे हैं ।
आशा बिष्ट ने बताया कि उन्हें ऐसा परोपकार करके बहुत अच्छा लगा और जीवन रहा और दोबारा लोगों की मदद का मौका मिला तो जरूर करेंगी ।