रिपोर्ट जगदंबा कोठारी
ऋषिकेश।
कर्णप्रयाग से देहरादून आ रही उत्तराखण्ड परिवहन निगम की एक बस तब हादसे का शिकार हो गई जब एक बोलरो वाहन और एक स्कूटी अचानक बस के आगे आ गए। बस चालक ने अपनी जान की परवाह किये बिना दोनों वाहनों को बचाने के लिए बस को नजदीक खड़े डम्पर पर टकराकर एक बड़े हादसे को टाल दिया जिसमें रोडवेज बस के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और चालक के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए।
घटना बीते 23 अप्रैल शनिवार की है। जब दोपहर एक बजे करीब उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बस कर्णप्रयाग से ऋषिकेश की तरफ आ रही थी। बस में कुल 35 यात्री सवार थे। तभी ब्यासी से कुछ मीटर पहले ऋषिकेश की ओर से आ रही एक बोलेरो वाहन ने मोड़ पर एक स्कूटी चालक को गलत दिशा से पास दे दिया और इसी दौरान रोडवेज बस के आगे अचानक से स्कूटी वाहन और बोलेरो के आगे आ जाने से बस चालक को तीनों वाहनों को बचाना मुश्किल हो गया क्योंकि दूसरी तरफ गहरी खाई थी और बस मे 35 यात्री भी सवार थे। बस चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए नजदीक ही सड़क निर्माण कार्य में लगे एक खड़े डम्पर पर बस को टकरा दिया। जिस कारण बस मे सवार सभी यात्रियों, बोलेरो वाहन सहित स्कूटी चालक की बमुश्किल जान बच सकी। हादसे मे बस चालक विवेक बडोनी के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए और स्कूटी चालक को भी मामूली चोट लगी। दोनों घायलों को 108 सेवा की मदद से ऋषिकेश स्थित एम्स पहुचाया गया। जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद स्कूटी चालक को डिस्चार्ज कर दिया गया है लेकिन बुरी तरह घायल रोडवेज चालक विवेक के घुटने का आपरेशन होना है। लेकिन गनिमत रही की चालक ने अपनी जान की परवाह न किए बिना सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार एक बडे़ हादसे को टाल दिया।
चालक के पिता ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
रोडवेज बस चालक विवेक बडोनी के पिता आर० सी० बडोनी ने एम्स प्रशासन पर उनके बेटे के इलाज मे लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस हादसे में उनके बेटे और बस चालक के दोनों घुटने बुरी तरह जख्मी हैं, जिनका की आपरेशन होना है लेकिन डाक्टर इलाज मे ढिलाई कर रहे हैं। कई बार आपरेशन का समय देने के बाद भी अभी तक उनके बेटे का आपरेशन नहीं हुआ है। जिसके बाद वह विवेक को इलाज के लिए देहरादून स्थित निजी चिकित्सालय ले गए।