विशाल सक्सेना
रुद्रपुर।
ऊधमसिंहनगर में लगातार हो रही हत्या, अपहरण,अपहरण के प्रयास, बलात्कार के साथ ही लगातार फिल्मी अंदाज में चल रही गोलियां ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं,इसे अगर यह कहें कि कानून व्यवस्था खत्म हो गयी और अपराधियों का राज कायम हो गया है! तो ग़लत नहीं होगा।
बाजपुर में आज जिस प्रकार एक युवक की पीट पीट कर हत्या हुई है,वह कोई मामूली घटना नहीं है,और न ही घटना को अंजाम देने वालों को कानून का खौफ दिखा था यह कहा जा सकता है।
इस घटना ने जंगल राज का एहसास करा दिया है। वैसे पिछले दो माह में बेखौफी की यह पहली घटना नहीं।
किच्छा में कांग्रेसी नेता पर मुख्य चौराहे पर हंमला भी ऐसी घटना की कड़ी थी,अभी चार एक सप्ताह पहले ही किच्छा में एक व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या कर दी गयी। रुद्रपुर में 30 रुपये के लिए छः: दिन पहले युवक को पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। बाजपुर का फायरिंग प्रकरण से पूरा जिला हिल गया था। जिससे एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी। शान्ति पुरी भाजपा नेता का हत्याकांड भी कोई मामूली घटना नहीं।
प्रदेश में नयी सरकार और जिले में नये कप्तान ने जब से कमान संभाली है। अपराधियों ने जमकर हुड़दंग मचाया है।
फायरिंग की घटनाओं ने तो फिल्मों को फेल कर दिया है। आंकड़ों की बात करें तो हर दूसरे हफ्ते एक हत्या हो रही है।
इधर जिले में हो रही घटनाओं को लेकर पुलिस सिर्फ खुलासा करके ही अपनी ही अपनी पीठ थपथपा रही है।
इधर जानकारों की मानें तो पुलिस की लापरवाही से घटनाओं की बढ़ोतरी हो रही। समय रहते घटनाओं पर गंभीरता से कार्यवाही न होना भी इसकी मुख्य बजह है।