साइबर ठगों के हौसले उत्तराखंड में किस तरीके से बुलंद होते जा रहे हैं, इस बात का पता इसी से चलता है कि एक ही नंबर पर दो आईएएस का फोटो अपनी व्हाट्सएप डीपी पर लगा कर लोगों को मैसेज कर ठगी करने का प्रयास साइबर ठग कर रहे हैं।
कल ही की बात है कि सिंचाई सचिव हरीश चंद्र सेमवाल का फोटो कोई अज्ञात व्यक्ति अपने व्हाट्सएप की डीपी पर लगा कर लोगों को मैसेज कर रहा था। जब सिंचाई सचिव हरीश चंद्र सेमवाल ने इसकी शिकायत की और यह बात वायरल हुई मीडिया में आने के बाद तब इस अज्ञात व्यक्ति ने सिंचाई सचिव हरीश चंद्र सेमवाल का फोटो हटाकर नगर निगम कमिश्नर का फोटो उसी नंबर के व्हाट्सएप पर लगा कर लोगो मैसेज कर ठगी का प्रयास कर रहा है।
इसकी भी शिकायत नगर निगम कमिश्नर के द्वारा पुलिस को की जा चुकी है।
साइबर ठगों की एक्टिविटी मात्र उत्तराखंड में ही नहीं है। साइबर ठगों ने आईएएस की डीपी लगा कर लूट करने का एक अपना ही ट्रेंड खोज निकाला है। कुछ दिन पहले दिल्ली में भी एक केंद्र के अफसर से साइबर ठगों ने 50000 रुपए लूट लिए थे।
सवाल अब यहां पर उत्तराखंड साइबर क्राइम सेल की कार्यशैली पर खड़ा होता है कि इतने तामझाम के बाद भी आखिर क्यों साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह सीधा आईएस का फोटो लगाकर लोगों से ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं।आखिर एक दिन में 2 आईएएस के फोटो लगाकर जो यह अज्ञात व्यक्ति लोगों से ठगी करने का प्रयास कर रहा है,तब ही इसके नंबर को क्यों नहीं ब्लॉक कर दिया गया जब सचिव हरीश चंद्र सेमवाल ने इसकी शिकायत दी थी।
अब आगे देखना दिलचस्प होगा कि क्या आगे भी यह साइबर ठग आईएस के फोटो लगाकर लोगों को ऐसे ही लूटेगा या इस पर साइबर क्राइम सेल कोई कड़ा एक्शन लेने के मूड में भी हैं ।