वन अनुसंधान संस्थान देहरादून में से कोई बीते दिनों कीमती लाल चंदन का पेड़ काटकर ले गया और एफआरआई प्रबंधन को इसकी खबर तक नहीं लगी है। वही पिछ्ले ब्रहपतिवार को सिटी रेंजर कॉलेज के पास से भी कई चंदन के पेड़ चंदन तस्कर पुष्पा गैंग द्वारा काट लिए गए ।
लगभग 8 दिन पहले मामला प्रकाश में आने के बाद भी पुलिस प्रशासन के हाथ अभी तक इन चंदन तस्करों से दूर हैं।
एफआरआई प्रबंधन ने कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि पुलिस अभी एफआरआई देहरादून से लाल चंदन का पेड़ चुराने वाले ‘पुष्पा’ की तलाश में जुटी हुई है लेकिन पुलिस के हाथ कहीं कोई सुराग नहीं लगा।
चंदन के पेड़ कोई मोबाइल फोन तो नहीं जो कोई जेब में रख कर ले गया।आखिर वो कौन चोर है, जो एफआरआई प्रबंधन की जानकारी के बिना लाल चंदन के पेड़ों के साथ गायब हो गया।
जिस एफआरआई में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश लेना तक भी आसान नहीं वहां सोचने वाली बात है की एफआरआई कैंपस में किसी की मिलीभगत के बिना चंदन तस्कर पुष्पा कैंपस के अंदर से तस्कर लाल चंदन का पेड़ काटते हैं और फिर से उसे आराम से लेकर भी चले जाते हैं, लेकिन एफआरआई के किसी अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा की जिम्मा संभाल रहे लोगों को इसका कानो कान खबर तक नहीं होती है।
पुलिस का भी मानना है कि कोई अंदर का आदमी ही चंदन तस्कर की मदद कर रहा है लेकिन पुलिस के हाथ फिर भी अभी तक खाली है।
एफआरआई कैंपस के सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुऐ हैं। इसके अलावा प्राइवेट सिक्योरटी गार्ड भी यहां तैनात रहते हैं। कोई व्यक्ति चंदन के कटे हुए पेड़ ले जाते हुए सीसीटीवी में कैद नहीं हुआ है जिस इलाके में चंदन के पेड़ लगे हुए वहां भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है। आखिर चंदन के पेड़ पुष्पा तस्कर लेकर गया तो गया कैसे यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
एफआरआई कैंपस में यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई बार एफआरआई कैंपस में चंदन के पेड़ों की तस्करी का मामला सामने आया है।
साल 2017 में भी एफ आर आई संस्थान में तस्करों ने सूखे पेड़ों के कटान के नाम पर कई हरे पेड़ों को काट दिया गया था। साथ ही लाखों की कीमत के चंदन के पेड़ों पर भी आरी चला दी थी जिस पर एफ आर आई कैंपस चुप्पी साधे रहा था।
एफ आर आई का मामला सामने आने के बाद भी चंदन तस्कर शांत नहीं बैठे और 2 दिन पहले लगभग 7 से 8 पेड़ सिटी रेंजर कॉलेज के पास से फिर काटने का मामला आया लेकिन इन चंदन तस्करों का अभी तक भी कोई पता नहीं लग पाया है।
देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक चंदन तस्कर पुष्पा गए हैं पुलिस की गिरफ्त में होगा।