स्थान / चमोली
रिपोर्ट / गिरीश चन्दोला
5 वर्ष से कम आयु के बच्चो के शारिरिक, मानसिक और शैक्षणिक विकास के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो की देखभाल के साथ ही उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी दी जाती है l
सरल अक्षरों और शब्दों की पहचान कराई जाती है,लेकिन बाल विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे इस मिशन पर मानो पलीता लगाने का काम थराली में किया जा रहा हैl जहां थराली विकासखण्ड के डुंगरी गांव के दरमोला तोक में नन्हे मुन्ने बच्चे खंडहर में पढ़ने को मजबूर हैं l
दरसल पिछले लंबे समय से ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर यहां आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य किया जा था,लेकिन अब तक भी भवन आधी अधूरी हालात में है और पिछले 5 सालों से आंगनबाड़ी का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है l
हालात ये हैं कि आंगनबाड़ी सहायिका इस आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चो को गांव के बारातघर में पढ़ाने को मजबूर है l बारातघर की हालत भी जर्जर है और वर्तमान में इस खण्डरनुमा बारात घर मे अपने बच्चो को भेजने से तक कतरा रहे हैं ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्र में भी बच्चो की संख्या दिन प्रतिदिन घटती जा रही है और नोनिहालो का भविष्य खतरे के साये में है और कार्यदायी संस्था खंड विकास कार्यालय चैन की नींद सो रही है l
ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द कार्यदायी संस्था द्वारा मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण पूर्ण किया जाए ताकि गांव के 6 वर्ष से कम आयु के बच्चो को सरकार द्वारा चलाये जा रहे आंगनबाड़ी केंद्रों का लाभ मिल सके और बच्चो का समुचित विकास इन केंद्रों के माध्यम से हो सके l