स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल से लगे जंगल के एक रिजॉर्ट की ग्रामीणों ने आयुक्त से शिकायत की जिसके बाद आज आयुक्त ने छापेमारी कर वहां पर कई खामियां पकड़ ली। प्रशानिक और वन विभाग के साथ ग्रामीणों की फौज लेकर पहुंचे आयुक्त को रिजॉर्ट से एक मृत वन्यजीव के सींग भी मिले। रिजॉर्ट पर जंगल क्षेत्र में अतिक्रमण का आरोप भी लगा है।
नैनीताल से कालाढूंगी मार्ग में बजून नामक गाँव के लोगों ने मुख्य संरक्षक वन को पत्र लिखकर कहा था कि उनके क्षेत्र में एक रिजॉर्ट का निर्माण हो रहा है जहां अवैध सड़क कटान और पेड़ कटान की आशंका है। यही शिकायत आज आयुक्त दीपक रावत से भी की गई, जिसपर आयुक्त पूरी टीम के साथ मौके पर पहुँच गए। ग्रामीणों ने शिकायत कर कहा था कि बजून के घिंघारी तोक में एक निजी रिजॉर्ट निर्माणाधीन है, जहां बड़ी संख्या में पेड़ काटकर उसकी लकड़ी को निर्माण कार्य में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा रिजॉर्ट की तरफ जाने वाली पखडण्डी को सुनियोजित तरीके से चौड़ा कर मोटर वाहन के चलने के लिए बनाया जा रहा है। इसके साथ ही रिजॉर्ट निर्माण में लगे पत्थर और बजरी को जंगल से चोरी कर लगाया गया है। इसपर आज आयुक्त ने मौका मुआयना कर बताया कि शिकायतें सही पाई गई हैं। कहा कि उन्हें जंगल में बजरी की खान मिली है, बिना अनुमाती वाली बड़ी आरा मशीन मिली जिससे अवैध रूप से पेड़ काटकर तख्ते बल्ली बनाए जा रहे हैं, एक वन्यजीव(हिरन)के अवशेष मिले जिससे वन्यजीव व वन अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर भी कार्यवाही की जाएगी और रिजॉर्ट को जंगल के हिस्से में अतिक्रमण कर बनाए जाने की आशंका है, इसलिए इसकी खतौनी की पड़ताल की जाएगी। आयुक्त ने ये भी कहा कि इसकी जांच रिपोर्ट प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण को भेजी जाएगी। इस दौरान उनके साथ एस.डी.ओ. राजकुमार, एस.डी.एम.प्रमोद कुमार आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।