आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र सेमवाल ने आबकारी राजस्व बढ़ाने और अवैध शराब पर नियंत्रण करने के लिए आबकारी अधिकारियों से सुझाव मांगे हैं।
इन सुझावों के आधार पर आगामी आबकारी नीति तैयार की जाएगी।
इसके लिए संयुक्त आबकारी आयुक्त रमेश सिंह चौहान की अध्यक्षता में पांच आबकारी अधिकारियों की कमेटी बनाई है, जिसमें जिला आबकारी अधिकारी रुद्रप्रयाग लक्ष्मण सिंह बिष्ट सदस्य सचिव रहेंगे तथा रेखा जुयाल (सहायक आबकारी आयुक्त), आबकारी निरीक्षक मानवेंद्र पवार , सुजाअत हसन (आबकारी निरीक्षक) और आबकारी निरीक्षक शालिनी शर्मा इस समिति के सदस्य रहेंगे।
समिति को 25 नवंबर तक अपने सुझाव और उन सुझावों की आवश्यकता और उपयोगिता का उल्लेख करते हुए आबकारी आयुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
इस रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2025-26 की आबकारी नीति के लिए नियमावली का प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके लिए समिति पिछले वर्षों के अनुभव के साथ-साथ शराब निर्माण और आयात , निर्यात, परिवहन आदि व्यवसाय से जुड़े हुए फील्ड स्तर के अधिकारियों और फुटकर तथा थोक मदिरा विक्रेताओं के भी सुझाव प्राप्त करेगी।
आबकारी विभाग इस तरह की वृहद कोशिश पहली बार कर रहा है।
इस कवायद से आगामी वित्तीय वर्ष में आबकारी का राजस्व काफी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र सेमवाल ने कहा कि पिछले वर्षों की कमियों को दूर करते हुए तथा राजस्व अर्जन की संभावनाओं और युक्तियां पर व्यापक विचार मंथन और विमर्श किया जाएगा। ताकि राज्य के राजस्व में अधिक से अधिक बढ़ोतरी की जा सके तथा अवैध शराब और ओवर रेटिंग आदि पर प्रभावी लगाम लगाई जा सके।