कुमाऊं ब्यूरो रिपोर्ट विशाल सक्सेना
दिनेशपुर उधम सिंह नगर
सर्व अभियान को सफल बनाने को सरकार तमाम योजनाएं संचालित कर रही है, लेकिन कई जगह पर आज भी बच्चे जर्जर भवनों में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं।जो सर्व शिक्षा अभियान के दावे की पोल खोल रहा है।
दिनेशपुर उधम सिंह नगर के दुर्गापुर नंबर दो के प्राथमिक विद्यालय का भवन बेहद जर्जर हाल में संचालित है, जिसकी सुध बुध लेने वाला कोई उच्चाधिकारी नहीं है, यहां कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
दिनेशपुर स्थित बुक्सौरा ग्रामसभा के तहत आने वाला दुर्गापुर नंबर दो स्थित प्राथमिक विद्यालय के 40 साल पुराने दो खस्ताहाल पाठशालाओं में 42 बच्चे जान जोखिम में डालकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
कक्ष की छत की हालत बेहद ही जर्जर है, छत से पानी टपकता है। दिवारों में भी दरारे आ गई है,फर्श नीचे धंसता जा रहा है।जिसके चलते यहां कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
स्कूल के शिक्षक अजीत हाल्दार ने बताया कि भवन की छतों के प्लास्टर कई बार टूट कर नीचे गिर चुका है।छत का सरिया भी बाहर निकल गया था, जिसे फिलहाल पाट दिया गया है।फर्श पांच इंच के करीब नीचे धंस गया है, खिड़कियां बर्षो से टूटी हुई है। स्कूल में स्थित दो नल भी कई सालों से खराब है, वर्षों पुराना शौचालय जर्जर हालत में है, सीवर टैंक बंद है, बालिकाओं के लिए अलग से शौचालय नही है।
प्रबंध समिति और उनकी ओर से विभागीय अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्या जस की तस बनी है।
सुविधाओं के अभाव और जर्जर भवन के चलते अब अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतराते हैं, विद्यालय की चाहरदिवारी जर्जर और नीची होने के कारण अक्सर आवारा जानवर विद्यालय में घुस आते है।
शाम को विद्यालय परिसर में नशेड़ियों और अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है, आसपास काफी मकान बन जाने से विद्यालय प्रांगण दो फिट नीचे हो गया है,मामूली बारिश में यहां बाढ़ जैसी स्थिति हो जाती है।
विद्यालय परिसर और कक्ष में पानी भर जाता है, जिसके चलते पढ़ाई बाधित हो जाती है। विद्यालय परिसर में विशालकाय बरगद का पेड़ भी परेशानी का सबब बना हुआ है।