जगदम्बा कोठारी
सोशल मीडिया पर लगातार फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए देश भर मे जहां ताबड़तोड़ मुकदमे किये जा रहे हैं वहीं भाजपा के विधायक और सांसद ही देश भर मे झूठी अफवाहों को फैला रहे हैं। कल देर रात ऐसी ही एक शर्मनाक अफवाह तेजी से फैल गयी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया।
यह अफवाह प्रदेश मे किसी अराजक तत्व के द्वारा नहीं बल्कि भाजपा के ही सांसद और विधायकों ने सोशल मीडिया पर फैलायी। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत द्वारा अपने फेसबुक अकाउंट पर योगी आदित्यनाथ के परिजनों को सांत्वना देते हुए लिखा गया कि “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पूज्य पिता जी श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के निधन का समाचार प्राप्त हुआ है।
परमात्मा दिवंगत आत्मा को श्री चरणों मे स्थान दे”। इसके बाद उनकी यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गयी।
सिर्फ तीरथ सिंह रावत ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया मे लगातार विवादित पोस्ट करने के कारण सुर्खियों मे चल रहे बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट और मुन्ना सिंह चौहान ने भी इस प्रकार की भ्रामक जानकारी पोस्ट डाली।
यदि भाजपा के ही सांसद और विधायक ही इस तरह की झूठी जानकारियां शेयर करेंगे तो जनता मे भ्रम फैलना जायज है। लोग देर रात तक फोन कर इस खबर की सच्चाई जानने के लिए मीडिया कर्मियों से संपर्क करते रहे। हालांकि बाद मे इस खबर के झूठ निकलने के बाद इन सभी के द्वारा अपनी पोस्ट सोशल मीडिया से बिना किसी माफी मांगे हटा दी गयी लेकिन बड़ा सवाल उठता है कि प्रचंड बहुमत मे चल रही भाजपा सरकार के मंत्री, सासंद और विधायक ही अपने अधिकारियों कि पुष्टि किये बिना किसी खबर को सच मानकर शेयर कैसे कर देते हैं।
डबल इंजन सरकार विभिन्न अफवाहों को सोशल मीडिया पर फैलने से रोकने के लिए कई ग्रुप एडमिन और सदस्यों पर आई टी एक्ट मे मुकदमे दर्ज कर चुकी है। पत्रकारों पर भी कोरोना से रोकथाम को लेकर सरकार की लापरवाहियां संबंधित पोस्ट करने पर मुकदमे दर्ज हो गए हैं।
यह भी सब जानते हैं कि इन सांसद और विधायकों पर कोई कार्यवाही नहीं होने वाली।
यहां बता दें कि योगी आदित्य नाथ के 89 वर्षीय पिता आनंद सिंह बिष्ट पिछले एक माह से दिल्ली एम्स के आईसीयू वार्ड मे भर्ती हैं और इसी बीच कल देर रात उनके निधन की झूठी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी जिसे भाजपा सांसद और कुछ विधायकों के द्वारा ही फैलाया गया।