स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल की एक खूबसूरत डोरथी पीक(टिफ़िन टॉप)की पहाड़ी भरभरा कर गिर गई। पर्यटकों के लिए बने व्यू पॉइंट में लंबे समय से दरार आ गई थी।
नैनीताल की दूसरी सबसे ऊंची पहाड़ी में ब्रिटिशकाल से ही पर्यटकों के लिए एक व्यू पॉइंट बना था। यहां पिछले वर्षों से दरारें दिखने के बाद इसके अस्तित्व पर खतरा बन गया था। मंगलवार रात लगभग 11 बजे इसका एक हिस्सा जोरदार आवाज़ के साथ गिर गया।
जुलाई 2020 में शहर के प्रमुख पर्यटक स्थल डार्थी पीक(टिफ़िन टॉप)से बुनियादी पत्थर गिरने की प्रथम सूचनाएं सामने आईं। इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी सविन बंसल इसका मौका मुआयना करने चोटी के टॉप पर पहुंचे। उन्होंने भू वैज्ञानिकों को सर्वे कर रिपोर्ट पेश करने को कहा। नैनीताल के पूर्वी मुखी अयार पाटा पहाड़ी के टॉप में अंग्रेजों के समय से बने टिफिन टॉप के बुनयादी पत्थर पिछले कुछ वर्षों से गिरने शुरू हो गए। इस खूबसूरत प्वांइट तक पहले आधा मार्ग मोटर वाहन से और फिर लगभग 2 किमी पैदल चलकर पहुंचा जा सकता है। अब इसका अस्तित्व खत्म होने से स्थानीय लोगों में मायूसी है।
एस.डी.एम.प्रमोद कुमार ने बताया कि घटना की सूचने मिलते ही प्रशासन और एस.डी.आर.एफ.की टीम रात में ही घटनास्थल पहुँच गई। ये टीम लगभग 12 बजे रात घने जंगल और उबड़ खाबड़ खतरनाक रास्तों को पार करते हुए मौके पर पहुंची और हालातों का जायज़ा लिया। उन्होंने बताया कि जांच के बाद भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के नीचे के सभी घर सुरक्षित मिले। इस मौके पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश भी टीम के साथ रहे।